देहरादून में आयोजित हुआ अंतरराष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन, मैन्यूफैक्चरिंग हब बनेगा उत्तराखंड

उत्तराखंड मूल के कई लोग विदेशों में बड़ा नाम कमा रहे हैं। उन्होंने वहां पर अपने टैलेंट का लोहा मनवाया है। वहां बिजनेस में पैर जमाने के बाद अब यह उद्यमी अपने मूल की ओर लौट रहे हैं। देहरादून में आयोजित अंतरराष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंड सम्मेलन में कई उद्यमियों ने उत्तराखंड को आगे ले जाने पर सहमति जतायी।

उत्तराखंड बनेगा मैन्यूफैक्चरिंग हब

रविवार 12 जनवरी 2025 को उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में अंतरराष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन का आयोजन हुआ। इस आयोजन में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ ही दुनियाभर में नाम कमा चुकी कंपनियों के संस्थापक व निदेशकों ने भाग लिया। इस सम्मेलन में आए विशेषज्ञों ने कहा कि उत्तराखंड में हर क्षेत्र में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। अंतरराष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन के पहले सत्र में विनिर्माण, ऊर्जा उत्पादन और स्टार्टअप में निवेश की संभावनाओं पर विचार विमर्श किया गया।

ब्रॉस्टेन ग्रुप की मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट खुलेगी

उत्तराखंड मैन्यूफैक्चरिंग का हब बनता जा रहा है। बता दें कि दुनिया की सबसे बड़ी मोटरसाइकिल मैन्यूफैक्चरिंग फैक्टरी उत्तराखंड में ही है। थाईलैंड से आए ब्रॉस्टेन ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. एके काला ने बताया कि 30 साल विदेश में काम करने के बाद अब उनकी योजना भारत में अपनी मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट खोलने की है। उन्होंने बताया कि इसमें वह उत्तराखंड को प्राथमिकता देंगे। वह चाहते हैं कि ने उत्तराखंड में ऑयल एंड गैस सेक्टर के लिए उपकरण तैयार कर दुनिया भर में सप्लाई करें।

गांव गोद लेंगे डॉ. काला

यही नहीं डॉ. एके काला ने कहा कि वह उत्तराखंड में पलायन से पूरी तरह खाली हो चुके गांवों को फिर से आबाद करने की दिशा में काम करना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने शासन को ऐसे ही एक गांव को गोद लेने का प्रस्ताव भी दिया है। यही नहीं वह अपनी मां के नाम से चलाए जा रहे भीमा केयर फाउंडेशन के जरिए उत्तराखंड में 70 वर्ष से अधिक उम्र की जरूरतमंद महिलाओं को मदद पहुंचाएंगे।

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