Rajasthan : किरोड़ी लाल मीणा के बाद अभी राजस्थान में होंगे और इस्तीफे, नेता प्रतिपक्ष जूली का दावा

Kirodi Lal Meena : राजस्थान की राजनीति में गुरुवार को बड़ा घटनाक्रम देखने को मिला है। राज्य के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। किरोड़ी भजनलाल शर्मा की सरकार में वरिष्ठ मंत्री थे। इस्तीफे की जानकारी उनके एक सहयोगी ने दी है।

राजस्थान में कई सीटों पर भाजपा की हुई हार।

मुख्य बातें
  • राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने दिया इस्तीफा
  • लोकसभा चुनाव में भाजपा की हार की ली जिम्मेदार
  • एक्स पर लिखा- रघुकुल रीति सदा चलि आई। प्राण जाई पर बचन न जाई

Rajasthan : मंत्री पद से किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफा दिए जाने पर राजस्थान में नेता प्रतिपक्ष टीका राम जूली ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा। जूली ने गुरुवार को कहा कि मीणा का इस्तीफा इस सरकार की नाकामी है। किरोड़ी लाल ने वहीं किया जो उन्होंने कहा था। उन्होंने कहा था 'प्राण जाए पर वचन न जाए'। इन्होंने आज इस्तीफा क्यों दिया? कांग्रेस नेता ने कहा कि इस सरकार की नीतियों से लोग खुश नहीं हैं। यह सरकार लोगों के हित में निर्णय नहीं ले रही है। यह देखकर वह ऊहापोह में थे। यह सब होना था। आने वाले दिनों में सरकार में और इस्तीफे होंगे। बता दें कि लोकसभा चुनाव में राजस्थान की कई सीटों पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। इस हार की जिम्मेदारी लेते हुए मीणा ने कृषि मंत्री पद से इस्तीफा दिया है।

'संगठन या मुख्यमंत्री से कोई नाराजगी नहीं'

मीणा ने बृहस्पतिवार को यह खुलासा करते हुए कहा कि उन्होंने पिछले दिनों मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात की, लेकिन मुख्यमंत्री ने इस्तीफा स्वीकार करने से इनकार कर दिया। उन्होंने बताया कि अब उन्हें पार्टी आलाकमान ने शुक्रवार को दिल्ली बुलाया है, और वह इस्तीफे के बारे में बताएंगे तथा उन्हें संतुष्ट करेंगे। मीणा ने यह भी कहा कि उनकी संगठन या मुख्यमंत्री से कोई नाराजगी नहीं है और उन्होंने अपनी उस सार्वजनिक घोषणा के कारण इस्तीफा दिया है कि अगर पार्टी उनके अधीन वाली लोकसभा सीटें हारती है तो वे इस्तीफा दे देंगे। हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों के दौरान मीणा (72) ने कहा था कि अगर भाजपा उनके अधीन सात संसदीय सीटों में से किसी एक को भी हारती है तो वे मंत्री पद छोड़ देंगे।

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