Rajasthan में कमल खिलाने को भाजपा ने कसी कमर, प्रदेशभर में प्रशिक्षित विस्तारकों की उतारेगी फौज

जन आक्रोश यात्रा के बाद अब बूथ स्तर तक जाने के भाजपा सटीक रणनीति बना रही है। राजस्थान में विधानसभा चुनाव के बाद 2024 में लोकसभा चुनाव है, इसलिए पार्टी एक नहीं दो चुनाव की ठोस रणनीति बनाने की दिशा में काम कर रही है।

Rajasthan Election 2023: साल 2023 के आगाज के साथ ही राजस्थान में चुनावी वर्ष शुरू हो गया है और भारतीय जनता पार्टी राज्य में कमल खिलाने के लिए मिशन मोड में आ गई है। हाल ही में पार्टी ने जनआक्रोश यात्रा के माध्यम से प्रदेशभर में गहलोत सरकार के खिलाफ माहौल बनाया। जन आक्रोश यात्रा के प्रथम चरण में प्रदेश में 1 से 14 दिसंबर तक चली यात्राओं में चौपाल और नुक्कड़ सभाएं 62111 हुई, 14 लाख 51 हजार जन समस्याएं एकत्रित हुई और पूरे प्रदेश में कुल रथयात्रा 1 लाख 15 हजार किलोमीटर चली। दूसरे चरण में 16 दिसंबर से चल रही जन आक्रोश सभाएं प्रदेश के 128 विधानसभा क्षेत्रों में पूरी हो चुकी, जो 10 जनवरी तक सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में होंगी।

जन आक्रोश यात्रा के बाद अब बूथ स्तर तक जाने के भाजपा सटीक रणनीति बना रही है। चुनाव से पहले बूथ स्तर तक जाने के लिए पार्टी प्रशिक्षित विस्तारकों की फौज उतारेगी। प्रदेशभर में विस्तारकों का चयन पहले ही हो चुका है और इन दिनों विस्तारकों को अंतिम चरण का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। खासबात ये है कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव के बाद 2024 में लोकसभा चुनाव है, इसलिए पार्टी एक नहीं दो चुनाव की ठोस रणनीति बनाने की दिशा में काम कर रही है। पार्टी के प्रदेश महामंत्री संगठन चंद्रशेखर ने विस्तारक प्रशिक्षण, पन्ना प्रमुख नियुक्ति और नव मतदाता अभियान तेज करने पर जोर दिया।

End Of Feed