राजस्थान का रणः BJP के 'चाणक्य' शाह का 'चक्रव्यूह' तैयार! देर रात तीन घंटे चला मंथन, वसुंधरा भी रहीं अंदर

Rajasthan Elections 2023: पार्टी की राज्य इकाई के सूत्रों की ओर से कहा गया कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को कुछ अन्य सांसदों के साथ विधानसभा चुनाव में उतारा जा सकता है। पार्टी नेताओं ने कहा कि बैठक में टिकट वितरण और अन्य चुनाव संबंधी मुद्दों पर चर्चा की गई।

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बीजेपी की बैठक के दौरान अमित शाह, जेपी नड्डा और अन्य।

तस्वीर साभार : टाइम्स नाउ ब्यूरो

Rajasthan Elections 2023: राजस्थान के सियासी रण को लेकर बुधवार (28 सितंबर, 2023) को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बड़ी अहम बैठक की। सूबे की राजधानी जयपुर में देर रात तक करीब तीन घंटे महामंथन चला। प्रदेश भाजपा नेताओं के साथ यह चुनावी रणनीति पर चर्चा चुनावी चाणक्य कहलाने वाले (बीजेपी के) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सामने हुई। खास बात है कि इस मीटिंग में पार्टी चीफ जेपी नड्डा के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी मौजूद रहीं।

शाम को शाह-नड्डा स्पेशल प्लेन से जयपुर पहुंचे थे, जहां एयरपोर्ट के पास होटल में पार्टी की कोर कमेटी की बैठक हुई। समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा को इस बारे में पार्टी सूत्रों की ओर से जानकारी दी गई कि शाह-नड्डा ने सबसे पहले राजे संग बैठक की और यह भेंट लगभग 15 मिनट तक चली थी। फिर सीनियर नेताओं के साथ बैठक शुरू हुई, जिसमें विधानसभा क्षेत्रों व चुनावी रणनीति पर चर्चा हुई। यह भी बताया गया कि हाल ही में हुई चार परिवर्तन यात्राओं पर भी इस दौरान ‘फीडबैक’ लिया गया।

पार्टी सूत्रों की मानें तो शाह-नड्डा ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष, केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी, चुनाव सह प्रभारी नितिन पटेल, राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह और कुलदीप विश्नोई और विजया रहाटकर सहित बाकी नेताओं के साथ अगले दौर की बैठक की। सूत्रों के मुताबिक, “मीटिंग में विधानसभा क्षेत्रों पर चर्चा हुई। मंथन हुआ कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव में मेवाड़, वागड़, शेखावाटी, हाड़ौती, मारवाड़ क्षेत्र और पूर्वी राजस्थान में अधिक से अधिक सीटें कैसे जीती जाएं।’’

आगे सूत्रों की ओर से बताया गया, ''बारीकी से इस बात का आकलन किया गया कि किन निर्वाचन क्षेत्रों में पार्टी कमजोर है। जीत सुनिश्चित करने के लिए क्या रणनीति की जरूरत है। उन सीटों की श्रेणियों पर भी विस्तृत चर्चा हुई - जहां पार्टी पिछले तीन चुनावों से जीत रही है या हार रही है और जहां पार्टी वैकल्पिक रूप से जीत रही है। बैठक में स्पष्ट संदेश दिया गया कि पार्टी संगठन सर्वोच्च है और चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा।''

प्वॉइंट्स में समझें BJP की रणनीति की बड़ी बातें
  • दूसरे सूबों के 44 नेताओं को जिलों की जिम्मेदारी
  • 27 सितंबर तक 26 नेता जयपुर में थे, बाकी भी जल्द पहुंचेंगे
  • प्रदेश कार्यालय में हुई बैठक में विधानसभावार काम आवंटित हुआ

किसे क्या सौंपी गई कमान?
  • दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा को जोधपुर देहात
  • पंजाब प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ को सीकर
  • केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह को जयपुर शहर
  • हरियाणा विधायक महिपाल ढाडा को हनुमानगढ़
  • हरियाणा प्रदेश महामंत्री संदीप जोशी को चूरू
  • यूपी से बीजेपी नेता जुगलकिशोर को जयपुर देहात उत्तर
  • जम्मू-कश्मीर के पूर्व डिप्टी सीएम निर्मल सिंह को जयपुर देहात दक्षिण
  • जम्मू-कश्मीर के पूर्व डिप्टी सीएम कवींद्र गुप्ता को दौसा
  • हरियाणा के बीजेपी नेता अरविंद यादव को अजमेर देहात
  • दिल्ली सांसद को रमेश बिधूडी को टोंक की जिम्मेदारी
  • यूपी में बीजेपी नेता अरुण असीम को कोटा देहात
  • उत्तराखंड में प्रदेश उपाध्यक्ष कुलदीप कुमार को बारां की जिम्मेदारी

पार्टी की राज्य इकाई के सूत्रों की ओर से कहा गया कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को कुछ अन्य सांसदों के साथ विधानसभा चुनाव में उतारा जा सकता है। पार्टी नेताओं ने कहा कि बैठक में टिकट वितरण और अन्य चुनाव संबंधी मुद्दों पर चर्चा की गई। इस बीच, यह भी कहा जा रहा है कि पार्टी अब युवाओं, किसानों और महिलाओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए कार्यक्रमों की योजना बना रही है।

सूत्रों के मुताबिक, इस मीटिंग में केंद्रीय मंत्री और राजस्थान के लिए पार्टी के चुनाव प्रभारी प्रल्हाद जोशी, सह प्रभारी नितिन पटेल, राजस्थान के लिए पार्टी के प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन मेघवाल, कैलाश चौधरी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, उपनेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और अन्य नेता रहे।

वैसे, सियासी गलियारों में अटकलें हैं कि दो केंद्रीय मंत्रियों को आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कहा जा सकता है। मध्य प्रदेश में भाजपा की ओर से तीन केंद्रीय मंत्रियों और चार अन्य सांसदों को विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाए जाने के बाद इन अटकलों को बल मिला है। पड़ोसी राज्य में भी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। (टाइम्स नाऊ नवभारत के रिपोर्टर अमित कुमार के इनपुट्स के साथ)

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अभिषेक गुप्ता author

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