राजस्थान: ख्वाजा का 811वां उर्स परवान पर, कई देशों के अकीदतमंद पहुंचे अजमेर, चढ़ेगी बड़े नेताओं की ओर से चादर

Rajasthan: अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती का 811वां उर्स परवान पर है। एआईसीसी चीफ मल्लिकार्जुन खड़गे और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी की ओर से शुक्रवार को दरगाह में चादर चढ़ाई जाएगी। वहीं रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की ओर से भी दरगाह में चादर पेश की जाएगी। इस दौरान पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा व राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह मौजूद रहेंगे।

अजमेर में उर्स के मौके पर रंग- बिरंगी रोशनी से सजी ख्वाजा की दरगाह

मुख्य बातें
  • ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती का 811वां उर्स परवान पर
  • मल्लिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी की ओर से दरगाह में चादर चढ़ाई जाएगी
  • पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा व राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह मौजूद रहेंगे

Rajasthan News: राजस्थान के अजमेर में स्थित गंगा- जमुनी तहजीब की नजीर सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती का 811वां उर्स परवान पर है। कड़ाके की ठंड पर मुस्लिम अकीदतमंदों आस्था भारी पड़ रही है। देश - विदेश से जायरीनों के जत्थे जियारत के लिए अजमेर पहुंचे हैं। 6 दिन तक चलने वाले इस सालाना उर्स के मौके पर शुक्रवार को जुम्मे की विशेष नमाज अदा की जाएगी।

इधर, एआईसीसी चीफ मल्लिकार्जुन खड़गे और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी की ओर से शुक्रवार को दरगाह में चादर चढ़ाई जाएगी। वहीं रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की ओर से भी दरगाह में चादर पेश की जाएगी। इस दौरान पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा व राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा सहित राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी समेत कई नेता मौजूद रहेंगे। इससे पूर्व प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की ओर से दरगाह खादिम अफसान चिश्ती ने चादर पेश की। इस मौके पर दरगाह कमेटी के पूर्व सदर अमीन पठान भी मौजूद रहे।

दरगाह में कव्वालियों का दौर जारीख्वाजा गरीब नवाज का सालाना उर्स में बड़ी संख्या में जायरीन अपनी मन्नते व मुरादें लेकर दरगाह में हाजरी लगाने आ रहे हैं। लोग जन्नती दरवाजे को चूम रहे हैं। वहीं आस्ताने में मजार शरीफ को चादर और अकीदत के गुलदस्ते पेश किए जा रहे हैं। जायरीन की आवक से समूचा दरगाह इलाका गुलजार है। इलाके के 500 से भी अधिक होटल व गेस्ट हाउस फुल हैं। दरगाह परिसर में रात के समय एक से बढ़ कर एक कव्वालियां सुनने को मिल रही है। दरगाह के शाही कव्वाल महफिल में परंपरागत कलाम पेश कर रहे हैं। बता दें कि, महफिल दरगाह दीवान जैनुअल आबेदीन की सदारत में रात को होती है।

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