Jaipur: अच्छी खबर! राजस्थान का पहला स्वचालित रोपवे बनेगा खोले के हनुमान जी में, इतनी आएगी लागत

Jaipur : जयपुर में खोले के हनुमान मंदिर की पहाड़ियों पर प्रदेश का पहला व सबसे बड़ा रोपवे बनने जा रहा है। इसके लिए जिला प्रशासन ने एक फर्म से अनुबंध किया है। इसके निर्माण में दो साल लगेंगे। 18 करोड़ की लागत से बनने वाला यह रोपवे मां वैष्णो देवी मंदिर तक करीब 436 मीटर की दूरी तय करेगा। डीएम प्रकाश राजपुरोहित ने मौका मुआयना कर अधिकारियों को कई निर्देश दिए हैं। इसमें सुरक्षा व सुविधा का खास ध्यान रखा जाएगा।

जयपुर के खोले के हनुमान मंदिर की पहाड़ी पर बनेगा प्रदेश का पहला ऑटोमेटिक रोपवे। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

मुख्य बातें
  1. प्रदेश का पहला ऑटोमेटिक सबसे बड़ा रोपवे होगा
  2. इसके निर्माण पर 18 करोड़ रुपए की आएगी लागत
  3. 436 मीटर होगी लंबाई, आएगी करोड़ों की लागत

Jaipur : राजधानी जयपुर के लोगों के लिए ये एक अच्छी खबर है। श्रद्धालुओं को अब खोले के हनुमानजी मंदिर तक जाने के लिए सांस फुला देने वाली सीढ़ियां चढ़ने से निजात मिलेगी। इसके लिए जिला प्रशासन ने एक फर्म के बीच एमओयू हुआ है। बता दें कि खोले के हनुमान मंदिर परिसर में राजस्थान का पहला ऑटोमेटिक और सबसे बड़े रोपवे का निर्माण होने जा रहा है।

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प्रशासन की ओर से रोपवे का नाम अन्नपूर्णा माता रोपवे रखा जाएगा। इसकी खास बात ये होगी कि श्रद्धालुओं को मंदिर तक ले जाने के लिए अधिक क्षमता होगी। जयपुर जनपद की अगर बात करें तो सामोद के बाद ये दूसरा रोपवे बनने जा रहा है। वहीं सूबे का 5वां रोपवे होगा। डीएम प्रकाश राजपुरोहित ने इसके निर्माण कार्यों का जायजा लिया। वहीं डीएम ने संबंधित अधिकारियों को कई निर्देश भी दिए।

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18 करोड़ होंगे खर्च, इतनी दूरी होगी तयडीएम प्रकाश राजपुरोहित के मुताबिक अन्नपूर्णा माता मंदिर से खोले के हनुमान पहाड़ी पर मौजूद वैष्णो माता मंदिर तक रोपवे का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए एक कंपनी से अनुबंध किया जा चुका है। रोपवे की कुल लंबाई 436 मीटर होगी। वहीं इसके निर्माण पर कुल 18 करोड़ रुपए की लागत आएगी। डीएम के मुताबिक इसके निर्माण को पूरा होने में दो साल का समय लगेगा। फर्म को रोपवे अधिनियम के तहत अनुज्ञापत्र जारी किया जाएगा। डीएम राजपुरोहित ने निर्माण स्थल का जायजा लेकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। गौरतलब है कि जिला प्रशासन की ओर से इसकी सुरक्षा व सुविधा पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। रोपवे निर्माण के बाद मंदिर में दशर्नों के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को पहाड़ी पर थका देने वाली चढ़ाई नहीं चढ़नी पड़ेगी। बता दें कि राजधानी जयपुर के लोगों के बीच खोले के हनुमानजी को लेकर कई मान्यताएं हैं। जिसके चलते यहां आने वाले श्रद्धालुओं की तादाद काफी अधिक है। यहां पर मंगलवार, शनिवार व पूर्णिमा को भक्तों का तांता लगता है। वहीं नवरात्र के दिनों में मां की उपासना करने वाले लोगों की देवी मंदिर में लंबी कतारें लगती हैं। यही वजह है कि जिला प्रशासन श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रोपवे का निर्माण करवा रहा है।

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