भीषण गर्मी और लू की चपेट में Rajasthan, अलर्ट मोड पर चिकित्सा विभाग, मेडिकल स्टाफ की छुट्टियां कैंसिल

Rajasthan Heat Wave Alert: राजस्थान में हीटवेव का अलर्ट जारी किया है। जिसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड में है। राज्य के सभी चिकित्सा कर्मियों की छुट्टियां भी रद्द कर दी गई हैं। इसके साथ ही अस्पतालों में बेड आरक्षित रखने के लिए कहा गया है।

भीषण गर्मी और लू की चपेट में राजस्थान

Rajasthan Heat Wave Alert: राजस्थान में झुलसाने वाली गर्मी पड़ रही है। यहां लू का रेड अलर्ट भी जारी किया गया है। प्रदेश में 7 दिन में तापमान 49 डिग्री के पार पहुंचने की संभावना है। भीषण गर्मी को देखते हुए राज्य के अस्पतालों में बेड आरक्षित रखने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही चिकित्सा कर्मियों की छुट्टियां भी रद्द कर दी गई हैं। चिकित्सा विभाग ने सभी चिकित्सा कर्मचारियों को मुख्यालय पर भी रहने को कहा है। चिकित्सा सेवाओं से संबंधित कार्यालयों में कंट्रोल रूम भी 24 घंटे काम करेगा। इमरजेंसी की स्थिति में टोल फ्री नंबर 108, 104 एवं हेल्पलाइन नंबर 1070 पर लोग सम्पर्क कर सकते हैं।

पिलानी में रहा सीजन का सर्वाधिक तापमान

राजस्थान के विभिन्न अंचलों से प्रदेश में इस बार गर्मी नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने की संभावना है। मंगलवार को राज्य का सर्वाधिक गर्म स्थान पिलानी रहा। यहां का अधिकतम तापमान 47.2 डिग्री दर्ज किया गया। राजस्थान में यह इस सीजन का सर्वाधिक तापमान रहा। पिलानी के अलावा फतेहपुर में 46.9, चूरू में 46.8, श्रीगंगानगर में 46.2, अलवर में 46.0, बाड़मेर में 46.0 और डूंगरपुर में अधिकतम तापमान 46.2 डिग्री रहा। वहीं जयपुर, अजमेर, नागौर, जोधपुर सहित कई शहरों में भीषण लू चली। जिसने जनजीवन को प्रभावित किया। मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान में अभी और पारा चढ़ने की संभावना है। अगले 5-7 दिनों में तापमान 49 डिग्री पार पहुंच सकता है। हालांकि जून के पहले सप्ताह में पूर्वी राजस्थान को गर्मी से हल्की राहत मिलने की उम्मीद है।

चिकित्सा विभाग भी अलर्ट मोड पर

मौसम विभाग की ओर से राजस्थान में हीटवेव का रेड अलर्ट जारी किया गया है। जिसके बाद से चिकित्सा विभाग भी अलर्ट मोड पर आ गया है। चिकित्सा विभाग ने सभी चिकित्सा कर्मचारियों के छुट्टियां रद्द कर दी है और उन्हें मुख्यालय पर ही रहने को कहा है। विशेष परिस्थिति में अवकाश लेने के लिए उन्हें सक्षम स्तर से स्वीकृति लेनी होगी। जिसके बाद अवकाश स्वीकृति की सूचना निदेशालय को देनी जरूरी होगी। राजस्थान के अस्पतालों में लू-तापघात के मरीजों के लिए बेड आरक्षित रखने के भी निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही दवा-जांच की व्यवस्था एवं पर्याप्त आईसपैक, आईस वयूब की उपलब्धता रखने के निर्देश भी दिए गए हैं।

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