फिर से खुले कामाख्या मंदिर के कपाट, अंबुबाची मेले के चलते चार दिन से बंद थे द्वार
Kamakhya Temple Door Open: कामाख्या मंदिर के कपाट चार दिन बाद फिर से श्रद्धालुओं के लिए खुल गए है। 22 जून को यहां अंबूबाची मेले शुरू हुआ था। जिसके चलते मंदिर के कपाट प्रतीकात्मक रूप से चार दिन के लिए बंद थे।
कामाख्या मंदिर (फोटो साभार - ट्विटर)
Kamakhya Temple: असम के प्रसिद्ध कामाख्या मंदिर के कपाट अम्बुबाची मेले के अवसर पर पिछले चार दिनों से बंद रहने के बाद बुधवार को सुबह श्रद्धालुओं के लिए फिर से खुल गए और शक्तिपीठ पर भक्तों की भीड़ देखी गई। मंदिर के द्वार प्रतीकात्मक रूप से चार दिनों के लिए बंद किए गए थे क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस अवधि के दौरान देवी कामाख्या तथा धरती माता दोनों ही मासिक धर्म से गुजरती हैं।
ये भी पढ़ें - फरीदाबाद में संदिग्ध हालत में महिला की मौत, पति पर लगा हत्या का आरोप, इस वजह से दंपत्ति में रहता था विवाद
22 जून को शुरू हुआ अंबूबाची मेला
मंदिर के कपाट खुलने से जुड़ी रस्में मंगलवार रात को ही पूरी कर ली गई थीं। कामाख्या देवालय के एक अधिकारी ने बताया कि मंदिर के दरवाजे बुधवार को सुबह श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। कामरूप मेट्रोपोलिटन जिले के एक अधिकारी ने बताया कि वार्षिक अम्बुबाची मेला 22 जून को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुआ। मेले की शुरुआत से अब तक 25 लाख से अधिक लोग यहां आ चुके हैं। इस अवधि के दौरान मंदिर परिसर में आयोजित होने वाला अम्बुबाची मेला पर्यटन के लिए राज्य का एक प्रमुख आयोजन है।
लोगों के लिए शिविर की सुविधा
प्रशासन ने कामाख्या रेलवे स्टेशन पर 5,000 लोगों के लिए और ब्रह्मपुत्र नदी के तट पर पांडु बंदरगाह पर 12,000-15,000 लोगों के लिए शिविर की सुविधा उपलब्ध कराई है। अधिकारियों ने बताया कि मेले में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस कर्मियों, स्वयंसेवकों, निजी सुरक्षा कर्मियों और अन्य लोगों को भी लगाया गया है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | शहर (cities News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |
End of Article
Pooja Kumari author
पूजा सितंबर 2023 से Timesnowhindi.com से जुड़ी हुई हैं। यहां बतौर कॉपी एडिटर सिटी न्यूज, मेट्रो- रेल...और देखें
End Of Feed
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited