Kanpur: कानपुर के सिग्नेचर सिटी बस अड्डे से जल्द दौड़ेंगी बसें, पैसों के साथ समय की होगी बचत, 10 लाख को फायदा

Kanpur Signature City Bus Stand: कानपुर जिले में स्थित सिग्नेचर सिटी में बस अड्डे का संचालन अभी तक शुरू नहीं पाया है। रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक ने अड्डा को चालू करने का रिमाइंडर मुख्यालय भेजा है। स्वीकृति मिलते ही बसें दौड़ने लगेंगी। इससे यात्रियों के पैसों के साथ समय की बचत भी होगी।

कानपुर के लोगों को मिलेगी जाम से राहत

मुख्य बातें
  • कानपुर में 10 लाख आबादी को मिलेगी जाम से राहत
  • सिग्नेचर सिटी बस अड्डे को चालू करने का रिमाइंडर भेजा मुख्यालय
  • यात्रियों के पैसों के साथ समय की होगी बचत


Kanpur Signature City Bus Stand: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले की सीमा पर विकासनगर में स्थित सिग्नेचर सिटी बस स्टैंड शुरू हो जाए तो 10 लाख आबादी को सीधा फायदा होगा। बस स्टैंड के चौतरफा स्थित 18-20 मोहल्लों से लखनऊ, हरदोई या फिर दिल्ली जाने के लिए अभी झकरकटी बस स्टैंड जाना पड़ता है। सिग्नचेर सिटी बस स्टैंड शुरू होने पर यहां के लोगों को झकरकटी जाने के लिए जाम मे परेशान नहीं होना पड़ेगा। गुरुदेव पैलेस या फिर रावतपुर से झकरकटी जाने में एक तरफ के 20-25 रुपये और आधे से पौन घंटे का टाइम लगता है। ऐसे में इसकी भी बचत होगी। पिछले वर्ष अगस्त में इस बस स्टैंड का शुभारंभ भी हो चुका है, लेकिन संसाधनों की कमी की वजह से चालू नहीं किया गया था।

फर्नीचर से लेकर अन्य कार्य में टाइम लग गया। अब बस स्टैंड तैयार है, लेकिन मुख्यालय से हरी झंडी नहीं मिलने के कारण यह वीरान पड़ा है। गुरुदेव पैलेस चौराहे से गंगा बैराज को तरफ जाने वाली सड़क पर स्थित सिग्नेचर सिटी बस स्टैंड को चालू करने का रिमाइंडर रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक लव कुमार ने मुख्यालय भेज दिया है।

14 करोड़ रुपये में तैयार हुआ सिग्नेचर सिटी बस अड्डारिमाइंडर में कहा गया है कि सिग्नेचर सिटी बस अड्डे के चालू करने की सभी औपचारिकताएं पूरी हैं। मुख्यालय से सहमति मिलते ही रोडवेज बसों का इस अड्डे से संचालन शुरू करा दिया जाएगा। आपको बता दें कि सिग्नेचर सिटी बस अड्डा को बनाने में 14 करोड़ रुपये का खर्चा आया हैं। आपको बता दें कि सीएम योगी ने पिछले वर्ष अगस्त में सिग्नेचर सिटी बस अड्डे का उद्घाटन लखनऊ से किया था। उस समय महज इस कारण बस अड्डा चालू नहीं हो पाया था कि यात्रियों के लिए मूलभूत सुविधाएं नहीं थीं। अब सभी सुविधाएं मिल गई हैं, लेकिन मुख्यालय से इसे चलाने की हरी झंडी नहीं मिली है।

दस लाख आबादी को जाम से मिलेगी राहतआपको बता दें कि सिग्नेचर सिटी बस अड्डा शुरू होने से शहर की दस लाख आबादी को जाम से राहत मिल जाएगी। इसके साथ ही दो दर्जन मोहल्लों की जनता का लखनऊ का सफर कम समय में होगा। क्योंकि दूरी झकरकटी की अपेक्षा लखनऊ और दिल्ली, हरदोई की कम होगी, इसलिए किराया भी कम हो जाएगा। रोडवेज अफसरों के अनुसार, सिग्नेचर सिटी बस स्टैंड से पहले चरण में 40 बसें लखनऊ, दिल्ली औऱ हरदोई के लिए संचालित की जाएंगी। फिर इनकी संख्या बढ़ाकर 250 की जाएगी।

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