Amethi Voting boycott: 'रोड नहीं तो वोट नहीं','नेताओं शर्म करो! स्मृति ईरानी के गढ़ में मतदान बहिष्कार का ऐलान

Amethi Voting boycott: कभी कांग्रेस गांधी परिवार का गढ़ रहे और अब स्मृति ईरानी के क्षेत्र में विकास कार्यों की अनदेखी से लोग खासा नाराज हैं। अमेठी के गौरीगंज के जामो विकासखंड में नाराज लोगों ने आगामी लोकसभा चुनाव में मतदान के बहिष्कार का ऐलान किया है।

अमेठी में वोटिंग बहिष्कार

Amethi Voting boycott: अमेठी जिले के गौरीगंज तहसील स्थित एक गांव में सड़क का निर्माण नहीं होने से नाराज स्थानीय लोगों ने आगामी लोकसभा चुनाव में मतदान के बहिष्कार का ऐलान किया है। अर्से से वीवीआईपी जिला माने जाने वाले अमेठी की तहसील गौरीगंज के जामो विकासखंड में पूरे अल्पी तिवारी ग्रामसभा स्थित सरमें पुरवा के निवासियों ने गांव के बाहर एक बैनर लगाया है, जिसमें 'रोड नहीं तो वोट नहीं' के नारे के साथ 'नेताओं, शर्म करो। आजादी के बाद से हम लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं' लिखा है।जिला प्रशासन का कहना है कि मामले की जांच कराई जा रही है तथा समस्या का समाधान कराने का पूरा प्रयास किया जाएगा।

जल निकासी की व्यवस्था नहीं

सरमें पुरवा गांव के निवासी ओमप्रकाश ओझा ने मंगलवार को बताया कि गांव में जाने आने का पक्का रास्ता न होने के कारण बहुत मुश्किल होती है और बारिश के मौसम में स्थिति बदतर हो जाती है। उन्होंने कहा कि हालात यह है कि गांव के लोगों को अपने बच्चों की शादी का आयोजन मजबूरन किसी दूसरी जगह करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि गांव में जल निकासी की भी कोई व्यवस्था नहीं है। उन्होंने कहा कि पीने के पानी का भी सही बंदोबस्त नहीं है और तो और जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर नल से जल पहुंचाने की योजना भी इस गांव तक नहीं पहुंची है।

केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी यहां से सांसद हैं

यह गांव उस अमेठी लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है जो कई दशकों तक केन्द्र की सत्ता में दबदबा रखने वाले नेहरू-गांधी परिवार का सियासी गढ़ रहा और पिछले पांच साल से केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी यहां से सांसद हैं।गांव के एक अन्य निवासी राम अभिलाष ने कहा कि आजादी के बाद से अब तक इस गांव का विकास ही नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोग अपने जनप्रतिनिधियों से लगातार शिकायत करते रहे मगर किसी ने कोई सुनवाई नहीं की।

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