Ahmedabad: हाथरस हादसे का दंश, जगन्नाथ रथ यात्रा पर कड़ा पहरा, सुरक्षा में लगेंगे 22 हजार पुलिसकर्मी

Jagannath Rath Yatra 2024 : अहमदाबाद में सात जुलाई को भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाएगी। 147वीं वार्षिक रथ यात्रा की सुरक्षा में 22,000 पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे। हाथरस भगदड़ हादसे के बाद भारी सुरक्षा के इंतजाम किए जा रहे हैं।

अहमदाबाद जगन्नाथ की रथ यात्रा

मुख्य बातें
मुख्य बातें
  • अहमदाबाद में सात जुलाई को निकाली जाएगी भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा
  • 147वीं वार्षिक रथ यात्रा की सुरक्षा में लगाए जाएंगे 22 हजार पुलिसकर्मी
  • जुलूस के साथ चलेंगे 4,500 जवान

Ahmedabad Jagannath Rath Yatra 2024 : गुजरात के अहमदाबाद में सात जुलाई को भगवान जगन्नाथ की 147वीं वार्षिक रथ यात्रा निकाली जाएगी, जिसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के एकत्र होने की उम्मीद है। अधिकारियों ने बताया कि वार्षिक रथ यात्रा के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं और 22,000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया जाएगा। अहमदाबाद के पुलिस आयुक्त जीएस मलिक ने करीब 600 पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद एक प्रेस वार्ता में बताया कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में भगदड़ में 120 से ज्यादा लोगों की मौत होने के मद्देनजर भीड़ का प्रबंधन करने में अतिरिक्त सावधानी बरती जाएगी।

ड्रोन कैमरे से होगी निगरानी

उन्होंने कहा कि पुलिस इस बार अपराधियों की पहचान करने के लिए ‘फेस डिटेक्शन’ कैमरों का इस्तेमाल करेगी। अधिकारी ने बताया कि पुलिस लोगों की आवाजाही पर नजर रखने के लिए 20 ड्रोन के साथ-साथ कैमरे लगे गुब्बारे भी तैनात करेगी। उन्होंने कहा कि बीएसएफ और रैपिड एक्शन फोर्स जैसे केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) की कंपनियां और राज्य रिजर्व पुलिस (एसआरपी) की 35 कंपनियां भी 16 किलोमीटर लंबे यात्रा मार्ग और प्रमुख स्थानों पर तैनात की जाएंगी। प्रत्येक कंपनी में आमतौर पर 80 से 90 सुरक्षाकर्मी होते हैं। मलिक ने कहा कि रथ यात्रा मार्ग और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर सात जुलाई को 22,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे। इनमें नियमित पुलिस बल के 12,000 जवान, 6,000 होमगार्ड, सीएपीएफ की 11 कंपनियां और एसआरपी की 35 कंपनियां शामिल हैं।

4,500 जवान जुलूस के साथ चलेंगे

उन्होंने बताया कि इनमें से 4,500 जवान पूरे मार्ग पर जुलूस के साथ चलेंगे, जबकि 1,931 जवान यातायात प्रबंधन के लिए तैनात किए जाएंगे। मलिक ने कहा, “हम किसी भी तरह की भगदड़ से बचने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतेंगे। हम लोगों के प्रवेश और निकास को नियंत्रित करने के लिए जहां भी ज़रूरत होगी, वहां बैरिकेड लगाएंगे। हम सभी को एक साथ प्रवेश की अनुमति देने के बजाय लोगों को समूहों में विभाजित करेंगे। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी नियंत्रण कक्ष से जुड़े 1,733 'बॉडी-वॉर्न कैमरे' का उपयोग करके रथ यात्रा पर कड़ी नजर रखेंगे।

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