कांस्टेबल की बेटी कैसे बन गई मोस्ट वांडेट क्रिमिनल...शाइस्ता की जिंदगी ने ऐसे ली करवट

आज शाइस्ता यूपी पुलिस की मोस्ट वांटेड सूची में टॉप पर है और उसकी गिरफ्तारी के लिए सूचना देने के लिए 50,000 रुपये इनाम रखा गया है।

Shaista Parveen

शाइस्ता परवीन की कहानी

Shaista Parveen: अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन का अब तक अता-पता नहीं है। पुलिस जोरों से उसकी तलाश में जुटी हुई है। पति की मौत के बाद उसके सरेंडर करने की बात सामने आई थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। न वह बेटे असद की मौत पर पहुंची और न ही पति अतीक के जनाजे में शामिल हुई। आज शाइस्ता यूपी पुलिस की मोस्ट वांडेट महिला अपराधी बन चुकी है। उस पर 50 हजार का ईनाम घोषित है। आइए जानते हैं कांस्टेबल की बेटी शाइस्ता की अब तक की पूरी कहानी।

यूपी पुलिस की मोस्ट वांटेड सूची में टॉप पर

शाइस्ता शब्द पश्तो भाषा से बना है और इसका अर्थ है सुंदरता। इसे किस्मत कहें या जिंदगी का इम्तेहान, अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन का जीवन आज उथल-पुथल से गुजर रहा है। आज वह यूपी पुलिस की मोस्ट वांटेड सूची में टॉप पर है और उसकी गिरफ्तारी के लिए सूचना देने के लिए 50,000 रुपये इनाम रखा गया है। ये रातोंरात नहीं हुआ। जब भी अतीक और अशरफ जेल जाते थे, शाइस्ता अपने पति के मामलों को संभालती थी। प्रयागराज के एक कॉलेज से बारहवीं पास करने के बाद शाइस्ता ने शुरुआत में खुद को घर के कामों तक ही सीमित रखा था।

1996 में हुई अतीक से शादी

1996 में जब उसने अतीक से शादी की तब तक अतीक ने खुद को गैंग लीडर के रूप में स्थापित कर लिया था। इस दंपति के पांच बेटे थे, जिनमें से एक असद का एनकाउंटर हो चुका है। अतीक की हत्या के दो दिन पहले ही वह पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था। बाकी चार बेटों में अली, उमर अहमद और दो नाबालिग हैं। रिटायर्ड पुलिस कांस्टेबल मोहम्मद हारून की बेटी शाइस्ता और उसका परिवार प्रयागराज के दामूपुर गांव में रहता था। शाइस्ता अपने पिता के साथ सरकारी पुलिस क्वार्टर में रहती थी। अपने भाई-बहनों में सबसे बड़ी शाइस्ता की चार बहनें और दो भाई हैं। उसका एक भाई मदरसे का प्रिंसिपल है। प्रयागराज के एक सेवानिवृत्त शिक्षक ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि शाइस्ता बहुत विनम्र है और हमेशा अभिभावक-शिक्षक बैठकों में हिस्सा लेती थी।

उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी

शाइस्ता का नाम भी उमेश पाल हत्याकांड में आया और उसे आरोपी बनाया गया। 24 फरवरी 2023 को वकील उमेश पाल की हत्या में शाइस्ता का नाम कैसे सामने आया इसकी भी एक कहानी है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, वह गुजरात की साबरमती जेल में अपने पति अतीक से मिलने गई थी, जहां दोनों ने उमेश पाल की हत्या पर चर्चा की। इसके लिए अतीक ने उसे जेल के अंदर एक फोन और एक सिम कार्ड भेजने के लिए कहा था। अतीक ने उसे एक पुलिस वाले का नाम भी बताया था जो जेल में फोन पहुंचाएगा। पुलिस सूत्रों ने कहा कि कुछ दिनों बाद फोन भेजा गया और अतीक इसका इस्तेमाल शूटरों से बात करने और अपराध की साजिश रचने के लिए करता था।

हत्या-धमकाने का मामला है दर्ज

जीशान नाम के एक प्रॉपर्टी डीलर ने आरोप लगाया है कि शाइस्ता ने उसे कई बार फोन पर धमकी दी थी कि अतीक द्वारा मांगी गई रंगदारी नहीं दी तो गंभीर परिणाम होंगे। उमेश पाल की हत्या के बाद से वह पुलिस से बच रही थी। यूपी पुलिस के एक दस्तावेज के अनुसार, उसके खिलाफ 2009 से प्रयागराज में चार मामले दर्ज हैं, एक हत्या का और तीन धोखाधड़ी के। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि तीनों मामले जिले के विशेष सीजेएम की अदालत में विचाराधीन हैं। शाइस्ता सितंबर 2021 में AIMIM में शामिल हुई। जनवरी 2023 में वह मेयर चुनाव के लिए पार्टी से टिकट पाने के लिए बसपा में शामिल हुईं। लेकिन उमेश पाल की हत्या के बाद पार्टी ने खुद को उससे दूर कर लिया और बाद में मेयर पद के उम्मीदवारों की सूची से उनका नाम हटा दिया।

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अमित कुमार मंडल author

करीब 18 वर्षों से पत्रकारिता के पेशे से जुड़ा हुआ हूं। इस दौरान प्रिंट, टेलीविजन और डिजिटल का अनुभव हासिल किया। कई मीडिया संस्थानों में मिले अनुभव ने ...और देखें

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