Lucknow Suicide: लखनऊ में बुजुर्ग महिला ने घर में मिट्टी का तेल डाल किया आत्मदाह, वजह जानकर पुलिस भी हैरान
Lucknow Suicide: राजधानी लखनऊ में बेटे और पति की मौत से परेशान एक बुजुर्ग ने खौफनाक कदम उठा लिया। बुजुर्ग ने खुद पर मिट्टी का तेल उड़ेलकर आग लगा ली। आनन-फानन पड़ोसियों ने आग पर काबू पाया और उसे ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया। इलाज के दौरान बुजुर्ग की मौत हो गई।
एंबुलेंस में ले जाते हुए परिजन व अन्य
मुख्य बातें
- लखनऊ में बुजुर्ग महिला ने उठाया खौफनाक कदम
- बुजुर्ग महिला ने किया आत्मदाह, खुद पर मिट्टी का तेल उडे़ल लगाई आग
- बेटे और पति की मौत से थी परेशान, जांच में जुटी पुलिस
Lucknow Suicide: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां एक बुजुर्ग महिला ने खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली। चीख-पुकार सुनकर मौके पर पड़ोसी पहुंचे। पड़ोसियों ने किसी तरह आग पर काबू पाया। इसके बाद बुजुर्ग महिला को लखनऊ ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया। यहां इलाज के दौरान बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। जांच में सामने आया कि, बुजुर्ग अपने पति और बेटे की मौत से सदमे में थी। उसने तनाव में आकर यह कदम उठाया। जांच में यह भी पता चला है कि, बुजुर्ग और उसका परिवार आर्थिक तंगी से भी जूझ रहा था।
जानकारी के अनुसार, डालीगंज के बाबू वाली गली में रहने वाली कौशल्या देवी (65) अपने बेटों के साथ रहती थी। बुधवार की दोपहर में बुजुर्ग घर पर अकेली थी। कौशल्या देवी (65) ने करीब डेढ़ बजे घर में खुद पर मिट्टी का तेल उड़ेलकर आग लगा ली। घर से आग की लपटें और चीख पुकार सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे।
बेटे की मौत के बाद से बुजुर्ग की मानसिक स्थिति है खराबपड़ोसियों ने देखा कि, बुजुर्ग कौशल्या आग की लपटों से घिरी थीं। पड़ोसियों ने किसी तरह आग पर काबू पाया और बुजुर्ग को कमरे से बाहर निकाला। लेकिन तब तक बुजुर्ग काफी झुलस चुकी थीं। आनन-फानन उन्हें ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया। यहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल की। जांच में सामने आया कि, कौशल्या के तीन बेटे हैं। बुजुर्ग के बेटे के अनुसार, वे चार भाई थे। दो महीने पहले बड़े भाई रतन प्रसाद की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। तब से मां की मानसिक स्थिति कुछ ठीक नहीं थी। इससे पहले भी वो दो बार घर छोड़कर चली गई थी।
बुजुर्ग की पेंशन से चलता था परिवार का खर्चहालांकि परिजन बुजुर्ग को तलाश कर घर ले आए थे, लेकिन बुजुर्ग हमेशा गुमसुम रहती थीं, वह किसी से बात भी नहीं करती थीं। बेटे पुत्तन के बताया कि, पिता सियाराम की भी मौत हो चुकी है। परिवार में लखन, रवि और पुत्तन है। कौशल्या के तीनों बेटे मजदूरी करते हैं। बुजुर्ग के बेटे ने बताया कि, मां को विधवा पेंशन मिलती थी। पेंशन से ही परिवार का खर्च चलता था। हसनगंज के प्रभारी निरीक्षक अतुल कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक, मृतका के बेटे लखन, पुत्तन और रवि सब्जी का ठेला लगाते हैं। अभी कोई तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर जांच की जाएगी।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | लखनऊ (cities News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
End of Article
टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल author
अक्टूबर 2017 में डिजिटल न्यूज़ की दुनिया में कदम रखने वाला टाइम्स नाउ नवभारत अपनी एक अलग पहचान बना च...और देखें
End Of Feed
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited