Electricity Banking: अब गर्मी में नहीं होगी बिजली कटौती, विद्युत बैंकिंग के जरिए बचेगी लाइट, जानिए पूरा प्लान
Electricity Banking: यूपी में सभी क्षेत्रों में भरपूर निर्बाध बिजली देने के प्रयासों को पूरा करने के लिए यूपी पावर कारपोरेशन ने दूसरे राज्यों से बड़े पैमाने पर विद्युत बैंकिंग करने का निर्णय लिया है। इसके तहत सर्दियों और सामान्य दिनों में जब राज्य में बिजली की मांग औसत एवं कम रहती है उस समय कारपोरेशन उपलब्ध अतिरिक्त बिजली जम्मू-कश्मीर और तमिलनाडु समेत राज्य के साथ ही एनटीपीसी को देगा।
दूसरे राज्यों से बड़े पैमाने पर होगी विद्युत बैंकिंग
मुख्य बातें
- बड़े पैमाने पर विद्युत बैंकिंग करने का फैसला
- अब गर्मियों में लोगों को नहीं होगी परेशानी
- गर्मियों में बिजली आपूर्ति की ज्यादा व्यवस्था
Electricity Banking: उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए राहतभरी खबर है। अब गर्मियों में लोगों को बिजली की परेशानी से नहीं जूझना पड़ेगा। इस को लेकर बिजली बैंकिंग की अरेंजमेंट किया जाएगा। योगी सरकार ने गर्मियों में बिजली आपूर्ति की ज्यादा व्यवस्था की है। उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन प्रबंधन (यूपीपीसीएल) विद्युत बैंकिंग के जरिए देश के अन्य राज्यों से समझौता कर बिजली की व्यवस्था करने के लिए युद्ध स्तर पर कोशिश कर रहा है। अभी तक इस अभियान में यूपीपीसीएल को कामयाबी मिली है। अभी तक जम्मू कश्मीर से 249.29 मिलियन यूनिट और तमिलनाडु से 61.56 मिलियन यूनिट बिजली खरीदने के लिए अनुबंध हो चुका है।संबंधित खबरें
यूपीपीसीएल को कश्मीर से कन्या कुमारी तक बिजली बैंकिंग के इस प्रयास में कामयाबी मिली है। जम्मू कश्मीर, तमिलनाडु, राजस्थान और मध्य प्रदेश से बिजली बैंकिंग समझौते किए जा चुके हैं। कर्नाटक और एनटीपीसी से ऐसे समझौते प्रस्तावित हैं।संबंधित खबरें
गर्मी के लिहाज से पर्याप्त होगी बिजलीउत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन प्रबंधन के अध्यक्ष एम देवराज ने बताया कि कॉर्पोरेशन की तरफ से समय पर की गई इन कोशिशों से आगामी गर्मियों में उत्तर प्रदेश की बिजली आपूर्ति को बहुत फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि हम महंगी बिजली खरीदने से बचेंगे, साथ ही हमारे पास बिजली बैंकिंग की इस व्यवस्था से पर्याप्त बिजली भी होगी। उनका कहना है कि पावर कारर्पोशन प्रबंध गार्मियों के पूर्वानुमान के आधार पर बिजली उपलब्धता बढ़ाने का प्रयास अभी से शुरू कर चुका है। विद्युत बैंकिंग के बड़े निर्णय के बाद पावर कारपोरेशन सर्दियों और आम दिनों में यूपी के पास उपलब्ध अतिरिक्त बिजली को पावर एक्सचेंज से बेचेगा नहीं बल्कि जिन राज्यों से समझौता हो रहा है उन्हें देगा। कॉरपोरेशन के चेयरमैन एम. देवराज के अनुसार, जम्मू-कश्मीर से 249.29 मिलियन यूनिट, तमिलनाडु से 61.56 मिलियन यूनिट का करार पहली बार किया है।
जानिए क्या होता है विद्युत बैंकिंग सिस्टमविद्युत बैंकिंग का मतलब है उन महीनों में जब सूबे में बिजली की उपलब्धता अधिक होती है, लेकिन उसकी तुलना में मांग कम रहती है। प्रदेश की सरप्लस बिजली को उन राज्यों को दे दिया जाता है जहां बिजली की मांग अधिक है। गर्मियों में जब उत्तर प्रदेश में बिजली की मांग में बढ़ोतरी हो जाती है और पावर एक्सचेंज में बिजली बहुत ज्यादा मंहगी होती है, उस टाइम उन राज्यों से बिजली बिना खरीदे ही वापस मिल जाती है, जहां विद्युत बैंकिंग के जरिए पहले बिजली दे रखी है।
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