Uttar Pradesh Flood: उत्तर प्रदेश में 17 जिलों में बाढ़ की स्थिति, 776 गांव प्रभावित, 8 की मौत

Uttar Pradesh Flood: उत्तर प्रदेश में बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए 996 राहत शिविर बनाए हैं। बाढ़ की वजह से 3,90,455 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

up flood

उत्तर प्रदेश में बाढ़ की स्थिति

मुख्य बातें
  • उत्तर प्रदेश के कई जिलों भारी बारिशट
  • राज्य में नदियां उफान पर
  • बाढ़ से हजारों घर डूबे

Uttar Pradesh Flood: उत्तर प्रदेश में भारी बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। राज्य में बाढ़ के कारण 8 लोगों की मौत हो गई है तो वहीं 700 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में हैं।

ये भी पढ़ें- UP Weather: सावधान! यूपी पर मंडराया बाढ़ का खतरा; 67 जिलों में IMD ने जारी किया बारिश का अलर्ट

डूबने से 7 की मौत

उत्तर प्रदेश में नदियों के उफान पर रहने के कारण 750 से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं और शनिवार शाम तक 24 घंटे में वर्षा से जुड़ी घटनाओं में आठ लोगों की मौत हो गयी। राज्य के राहत विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, इस अवधि में उत्तर प्रदेश में औसतन 7.4 मिलीमीटर (मिमी) वर्षा दर्ज की गई। उनके अनुसार सात लोगों की डूबने से मौत हो गयी जबकि एक व्यक्ति की आकाशीय बिजली की चपेट में आने से जान चली गयी।

लाखों लोग बेघर

विभाग ने कहा कि बारिश से कई नदियों में जलस्तर बढ़ा है जिससे 17 जिलों के 776 गांवों में बाढ़ आ गयी। उसके मुताबिक बाढ़ की वजह से 3,90,455 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। राज्य सरकार ने बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिए 996 राहत शिविर बनाए हैं।

विभाग के मुताबिक जलस्तर बढ़ने से 11,509 पालतू जानवर भी प्रभावित हुए हैं। उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त नवीन कुमार ने कहा, “एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम बाढ़ प्रभावित इलाकों में इससे जुड़े मुद्दों से निपटने के लिए स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर काम कर रही हैं। हमने बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए राहत शिविर स्थापित किए हैं।”

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | लखनऊ (cities News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |

लेटेस्ट न्यूज

शिशुपाल कुमार author

पिछले 10 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करते हुए खोजी पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में एक अपनी समझ विकसित की है। जिसमें कई सीनियर सं...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited