Lucknow News: अखिलेश यादव का मोदी सरकार पर तगड़ा प्रहार, बोले-'नोटबंदी दुनिया का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार'

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव ने 2016 में की गई नोटबंदी को दुनिया का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार बताया है। सपा प्रमुख ने कहा कि आंकड़ों के अनुसार, आज भी देश में 33 लाख करोड़ रुपये नकद राशि बाजार में है। आज भी ज्यादातर लोग डिजिटल के बजाय नकद ही लेन-देन कर रहे हैं।

Former CM UP Akhilesh Yadav

अखिलेश यादव ने नोटबंदी को बताया सबसे बड़ा भ्रष्टाचार

तस्वीर साभार : भाषा
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव ने 2016 में की गई नोटबंदी से जुड़े केंद्र के फैसले की कड़ी आलोचना करते हुए शनिवार को कहा कि ‘यह दुनिया का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार’ है। उन्होंने यहां सपा मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार की ओर से की गई नोटबंदी दुनिया का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार है। देश में जो धोखाधड़ी और 15 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। उसी की भरपाई के लिए केंद्र ने सोची समझी रणनीति के तहत नोटबंदी का फैसला लिया था।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आठ नवंबर 2016 को नोटबंदी की घोषणा की थी। इसके तहत, 500 रुपये और 1000 रुपये के पुराने नोटों को चलन से बाहर कर दिया गया था। अखिलेश ने दावा किया कि नोटबंदी के दौरान सरकार ने जनता का सारा पैसा बैंकों में जमा करा दिया। गरीबों का पैसा लेकर अमीरों की तिजोरी भरने का काम किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने कहा था कि नोटबंदी से भ्रष्टाचार और आतंकवाद खत्म हो जाएगा। महंगाई कम होगी, लेकिन उनका दावा झूठा साबित हुआ। नोटबंदी के बाद भी न भ्रष्टाचार कम हुआ, न महंगाई रुकी और ना ही आतंकवाद खत्म हुआ। आज देश में महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार चरम पर है।

33 लाख करोड़ रुपये नकद राशि बाजार में

सपा प्रमुख ने कहा कि आंकड़ों के अनुसार, आज भी देश में 33 लाख करोड़ रुपये नकद राशि बाजार में है। आज भी ज्यादातर लोग डिजिटल के बजाय नकद ही लेन-देन कर रहे हैं। जमीन और प्रमुख वस्तुओं की खरीददारी नकद की जा रही है। सभी ने देखा कि जमीन की रजिस्ट्री और खरीद में बड़े पैमाने पर नकद रकम का लेन-देन हुआ और भ्रष्टाचार हुआ। उन्होंने दावा किया कि अयोध्या में जो जमीन की रजिस्ट्री हुई, उनमें भाजपा के लोग शामिल रहे। अखिलेश ने ‘डायल 112 रिस्पॉंस सिस्टम’ में कार्यरत महिला कर्मचारियों की मांगों का समर्थन करते हुए कहा कि विधानसभा सत्र के पहले ही दिन हम इस मुद्दे को उठाएंगे। हमारा पहला सवाल यह होगा कि भाजपा ने डायल 112 को क्यों बर्बाद कर दिया?
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार इमोशनलेस (भावना शून्य), हार्टलेस (संवेदनहीन) और विजनलेस (कोई दृष्टि नहीं) है। वह गरीबी का फायदा उठा रही है। डायल 112 में कार्यरत महिलाओं को नौकरी से निकालने की धमकी दे रही है। त्योहार के दिन बहन-बेटियों का उत्पीड़न किया जा रहा है। ‘डायल-112’ में काम करने वाली महिलाओं के प्रदर्शन के बारे में सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने पीटीआई-भाषा से कहा कि 2022 के उप्र विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने वादा किया था कि वह इन महिलाओं का वेतन 3,000 रुपये बढ़ाएगी, लेकिन इसे पूरा नहीं किया गया।

भाजपा ने किया वादाखिलाफी

अखिलेश ने कहा कि हम इन महिला कर्मचारियों को भरोसा दिलाते हैं कि सपा की सरकार बनने पर उनका वेतन बढ़ा देंगे। उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांग 3,000 रुपये है तो हम इसका दुगना 6,000 रुपये बढ़ा देंगे। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी सरकार में हमने उत्तर प्रदेश पुलिस को रिस्पॉंस सिस्टम यूपी डायल 100 दिया था। उसके लिए पुलिस के अधिकारियों को न्यूयॉर्क और सिंगापुर भेजा गया था। न्यूयॉर्क पुलिस जिस तरह काम करती है उस बारे में पूरी जानकारी ली गई थी और उसे उत्तर प्रदेश के अनुरूप बनाकर पुलिस को दिया गया था, ताकि प्रदेश की जनता को किसी भी घटना- दुर्घटना में जल्द से जल्द पुलिस की मदद मिले।

यूपी पुलिस सबसे भ्रष्ट

सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा सरकार ने डायल 100 पुलिस सेवा को 112 बनाकर बर्बाद कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया आज पुलिस सबसे भ्रष्ट हो चुकी है। हर थाना बिका हुआ है। भाजपा सरकार पूरे प्रदेश में देवरिया जैसी घटनाएं कराना चाहती है। अखिलेश संभवत: दो अक्टूबर की घटना का जिक्र कर रहे थे, जिसमें रुद्रपुर क्षेत्र (देवरिया जिले के) के फतेहपुर गांव में भूमि विवाद को लेकर हुई हिंसा में एक ही परिवार के पांच सदस्य, और पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव मारे गए थे। वहीं, अग्निवीर योजना का जिक्र करते हुए सपा प्रमुख ने कहा कि इसी तरह भाजपा सरकार ने अग्निवीर योजना लाकर नौजवानों को धोखा दिया है। गरीबों की गरीबी का फायदा उठाया जा रहा है। अग्निवीर योजना आधी अधूरी नौकरी है। उन्होंने कहा कि सपा को भविष्य में जब भी मौका मिलेगा हम अग्निवीर योजना को खत्म कर फौज में पहले जैसी पूर्ण सेवाकाल की नौकरी देंगे।

‘खजांची’ का सातवां जन्म दिन

नोटबंदी के दौरान कानपुर देहात के रसूलाबाद क्षेत्र में पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में नोट बदलवाने के लिए लम्बी कतार में लगी एक महिला ने शिशु को जन्म दिया था और अखिलेश ने ही उस नवजात को ‘खजांची’ नाम दिया था। सपा मुख्यालय से जारी बयान के अनुसार, प्रतिवर्ष खजांची का जन्मदिन मनाने के क्रम में इस वर्ष भी यह मनाया गया। पार्टी ने पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव के कारण इस साल उसका जन्म दिन समय से पहले मनाया, जो दो दिसंबर को पड़ता है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | लखनऊ (cities News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल

लेटेस्ट न्यूज

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited