Lucknow Famous Street Food: लखनऊ की फेवरेट बास्केट चाट, आलू की कटोरी में लपेटू छोले, जानिए कहां मिलती है यह स्पेशल चाट

Lucknow Famous Foods: लखनऊ की बास्केट चाट काफी मशहूर है। चाट को लखनऊ ही नहीं बल्कि कई देशों में काफी पसंद किया जाता है। लखनऊ में मिलने वाली बास्केट चाट का बनाने का तरीका अन्य जगहों पर बनने वाली चाट से अलग है। बास्केट चाट का स्वाद एकदम अलग होता है।

लखनऊ की बास्केट चाट है काफी मशहूर

मुख्य बातें
  • लखनऊ की बास्केट चाट है काफी प्रसिद्ध
  • बास्केट चाट बनाने का तरीका है अलग
  • साल 1992 से लखनऊ में मिलती है जायकेदार चाट

Lucknow Basket Chaat: नवाबों की नगरी लखनऊ में एक से बढ़कर एक लजीज व्यंजन मिलते हैं। खाने के मामले में लखनऊ देश ही नहीं विदेशों में भी मशहूर है। लखनऊ में एक ऐसी जगह भी है, जहां आलू की एक कटोरी बनती है। लजीज कटोरी का नाम 'बास्केट चाट' है। बास्केट चाट को खाने के लिए नेताओं से लेकर फिल्म स्टार तक लाइन लगाते हैं। लखनऊ के रॉयल कैफे में यह मिलती है। बास्केट चाट न केवल राजधानी लखनऊ बल्कि विदेशों में भी मशहूर है। आलू से बनी कटोरी में परोसी जाने वाली इस चाट का बेमिसाल स्वाद है। साल 1992 से लखनऊ में यह जायका मिल रहा है। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से लेकर बॉलीवुड के अभिनेता तक इस चाट के स्वाद के दीवाने हैं। महात्मा गांधी मार्ग पर स्थित कैफे में मिलने वाली इस बास्केट चाट को फेमस करने में हरदयाल मौर्य नाम के शख्स का अहम रोल है।

साल 1992 में हरदयाल ने लखनऊ में बास्केट चाट की शुरुआत की थी। आज वो चाट किंग नाम से प्रसिद्ध हैं। हरदयाल 1992 से यहां पर चाट बना रहे हैं। एक दिन काम करते हुए बारीक छिले हुए आलू को भूनकर एक कटोरी बनाई, इसके बाद गोल आकार की इस कटोरी को आलू की टिक्की, चटनी, दही, छोले, पापड़ी और नमकीन डालकर सजा दिया।

करीब 600 ग्राम हो जाता है बास्केट चाट का वजनलोगों को इसका स्वाद खूब पसंद आया। दरअसल, बास्केट चाट को बनाने के तरीके इसे खास बनाते हैं। आलू से बनी कटोरी में 13 तरह की चीज डाली जाती हैं। इसमें लपेटू छोले, आलू की टिक्की, दही बड़ा, पापड़ी, कुटी मिर्च, कुटी धनिया, चाट मसाला, जीरा, तीखी चटनी, मीठी चटनी, मुरमुरे और अनार के दाने डाले जाते हैं। तैयार होने के बाद बास्केट चाट का वजन करीब 600 ग्राम हो जाता है। बास्केट चाट बनने में करीब चार से पांच मिनट का वक्त लगता है। जब यह बन जाती है तो इसे हाजमोला चटनी के साथ खाते हैं। हाजमोला चटनी यहां की सीक्रेट चटनी है, इसे खाने से भूख बढ़ जाती है। इसके कारण ही लोग आलू टिक्की के साथ-साथ पूरी बास्केट भी खा लेते हैं।

250 रुपये है एक प्लेट की कीमत

लखनऊ की बास्केट चाट की एक प्लेट आप अकेले नहीं खा सकते हैं। इसकी फुल प्लेट की क्वांटिटी इतनी ज्यादा होती है कि चार लोगों का पेट आसानी से भर जाता है। बास्केट चाट की दुकान पर 10 कारीगर हैं, जो सिर्फ बास्केट चाट ही बनाते हैं। 1992 में एक प्लेट चाट की कीमत 50 रुपये थी, लेकिन आज 250 रुपये में एक प्लेट मिलती है।

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