यूपी में पुलिस हिरासत में शख्स की मौत! पुलिस ने आरोपों का किया खंडन; क्या है पूरा मामला

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में पुलिस छापेमारी के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मृतक के परिवारवालों ने आरोप लगाया है कि उनके रिश्तेदार की मौत पुलिस हिरासत में हुई है और उन्होंने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

सांकेतिक फोटो।

लखीमपुर खीरी में पुलिस छापेमारी के बाद मारे गए एक व्यक्ति के परिवार के सदस्यों ने कुछ पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए आरोप लगाया है कि उनके रिश्तेदार की मौत पुलिस हिरासत में हुई। पुलिस ने उनके दावों का खंडन करते हुए कहा कि मारा गया व्यक्ति गैंगस्टर अधिनियम के तहत आरोपी था और सोमवार रात छापेमारी के दौरान पुलिस से भागते समय उसकी मौत हो गई। एक पुलिस उपाधीक्षक द्वारा मृतक के परिवार के सदस्यों से बात करने का एक कथित वीडियो ऑनलाइन सामने आया है।

पुलिस ने क्या कहा?

वीडियो में लखीमपुर के डीएसपी पी पी सिंह यह कहते हुए सुने जा सकते हैं कि इस घटना को लेकर पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। वीडियो में लखीमपुर के पुलिस उपाधीक्षक पीड़ित परिवार से यह कहते दिख रहे हैं, ‘‘ना तो निघासन थाना के एसएचओ (थाना प्रभारी) को निलंबित किया जाएगा और ना ही आपको 30 लाख रुपये मुआवजा मिलेगा। जो चाहे करो.. लाश चाहे जितने दिन रखो।’’

अखिलेश यादव ने साधा निशाना

इस घटना का वीडियो समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने भी साझा किया है। मृतक के परिजनों के मुताबिक, रामचंद्र (35) को ‘‘सोमवार की रात अवैध शराब बनाने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया था लेकिन पुलिस हिरासत में उसकी तबियत बिगड़ गई और उसे एक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई।’’

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