UP Women Powerline Number: यूपी का वो नंबर, जहां एक कॉल पर छेड़छाड़, यौन शोषण और हिंसा का होता है हिसाब
UP Women Helpline Number (महिला हेल्पलाइन नंबर) UP Mahila Powerline Number kya hai: अगर आप यूपी में रहती हैं तो और किसी भी तरह छेड़खानी, यौन शोषण या हिंसा की शिकार हैं। तो ऐसे आपको दबकर या चुपचाप इन परेशानियों से झेलने की जरूरत नहीं है। ना ही मदद के लिए इधर-उधर भटकना है। ऐसे में आप अपनी शिकायत Women Powerline (1090) पर कर सकती हैं और अपनी समस्या से छुटकारा पा सकती हैं-
यूपी महिला हेल्पलाइन नंबर
UP Women Helpline number 1090, UP Mahila Helpline Number kya hai: बदलते वक्त के साथ यूपी की तस्वीर भी बदलती जा रही है। पिछले कुछ सालों में यहां कामकाजी महिलाओं की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। इसके साथ ही पढ़ाई और दूसरे कामों की वजह से भी लड़कियां और महिलाएं अब पहले की तुलना में ज्यादा घरों से बाहर निकल रही हैं। कई बार काम की वजहों से इन्हें घर लौटने में रात को देरी भी हो जाती है। ऐसे में अब उन्हें किसी से डरकर चुप रहने की जरूरत नहीं। ना घुट-घुटकर इन जुल्मों को सहना है। ऐसे में महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला हेल्पलाइन की भूमिका बेहद अहम हो गई है।
छेड़छाड़, यौन शोषण और हिंसा के लिए डायल करें ये नंबर
महिला पावरलाइन नंबर (1090) ये वो नंबर है, जिसपर कोई भी महिला छेड़छाड़ से लेकर यौन शोषण और हिंसा की शिकायत कर इंसाफ पा सकती हैं। ये सेवा निःशुल्क है। सबसे अहम बात ये है कि 1090 पर शिकायत करने वाली महिला की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाती है। इसके अलावा यूपी महिला आयोग हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। 1090 के अलावा टोल फ्री नंबर 18001805220 पर भी फोन करके अपनी शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।
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महिलाएं इसके साथ ही किसी भी समस्या के लिए 100, 112 पर भी अपनी बात कह सकती हैं। ये पुलिस स्टेशन का नंबर हैं, जहां महिला अपनी शिकायत दर्ज करवा कर समाधान पा सकती हैं। ऐसा कई बार देखा गया है कि इमरजेंसी के वक्त इन नंबरों पर फोन करके मदद ली जाती है। इन नंबरों पर समय रहते महिलाओं को मदद भी मिल जाती है। इसके साथ ही ये कुछ और जरूरी नंबर हैं, जो आपके पास होने चाहिए। जो जरूरत पड़ने पर आपके काम आ सकते हैं।
इन Helpline नंबरों को रखें सेव
महिला हेल्पलाइन | 1090 |
इमरजेंसी | 112 |
एम्बुलेंस | 102/108 |
नागरिक कॉल सेंटर | 155300 |
चाइल्ड हेल्पलाइन | 1098 |
मुख्यमंत्री हेल्पलाइन | 1076 |
यूपी महिला आयोग हेल्पलाइन | 1800-180-5220 |
इन परिस्थितियों में डायल करें 1090
- फेसबुक, व्हाट्सएप, ईमेल आदि के माध्यम से आपको परेशान करना।
- उत्तर प्रदेश में कहीं भी सार्वजनिक स्थानों पर आपका पीछा करना।
- किसी भी जगह पर वहां से गुजरने वाली लड़कियों को छेड़ना।
Women Helpline Number (1090) की खास बातें
- कॉल केवल महिला ऑपरेटरों द्वारा ही प्राप्त किए जाते हैं। इसका मतलब है कि जब आप 1090 पर कॉल करेंगी, तो आपकी बात हमेशा एक महिला कर्मचारी से ही होगी।
- शिकायत केवल पीड़ित या उसकी सहमति से कोई अन्य महिला ही दर्ज करा सकती है। यानी अगर आप किसी और महिला की तरफ से शिकायत दर्ज करा रही हैं, तो पीड़ित महिला की अनुमति लेना जरूरी है। शिकायत दर्ज होने के बाद, 1090 सेवा द्वारा पीड़ित महिला से संपर्क करके शिकायत की पुष्टि की जाती है।
- शिकायत दर्ज करने पर पीड़ित के फोन नंबर रजिस्ट्रेशन नंबर भेजा जाता है। इस नंबर की मदद से आप भविष्य में अपनी शिकायत की स्थिति जान सकती हैं। पीड़ित की पहचान कभी भी किसी को नहीं बताई जाती है। आपकी गोपनीयता पूरी तरह से सुरक्षित रहेगी।
- पीड़ित को कभी भी पुलिस स्टेशन बुलाया नहीं जाता है। आपको अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस स्टेशन जाने की जरूरत नहीं है।
- 1090 सेवा शिकायत के समाधान तक पीड़ित के संपर्क में रहती है। यानी जब तक आपकी शिकायत का निपटारा नहीं हो जाता, तब तक 1090 सेवा आपकी मदद के लिए हमेशा तैयार रहेगी।
महिला हेल्पलाइन नंबर पर करें शिकायत
आपको बता दें कि अक्सर ऐसी घटनाएं आती हैं, जब रात के वक्त अकेली महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की जाती है या उनके घर में ही उनके साथ हिंसा की घटना घटती है, लेकिन महिलाएं डर या अधूरी जानकारी की वजह से कोई कदम नहीं उठा पाती है, लेकिन अब इन नंबरों पर फोन करके सीधे अपनी बात कही जा सकती है और शिकायत दर्ज कराकर समस्या का समाधान पा जा सकती हैं।
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Maahi Yashodhar author
माही यशोधर Timesnowhindi.com में न्यूज डेस्क पर काम करती हैं। यहां वह फीचर, इंफ्रा, डेवलपमेंट, पॉलिट...और देखें
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