Govind Ballabh Pant Death Anniversary: जानिए कौन हैं गोविंद बल्लभ पंत?

गोविंद बल्लभ पंत की आज पुण्यतिथि है। वह उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री थे। उनके कार्यकाल में ही विवादित ढांचे में रामलला की मूर्तियां रखी गई थी। उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ कई लड़ाइयां लड़ी थीं।

भारत रत्न गोविंद बल्लभ पंत।

Govind Ballabh Pant Death Anniversary: गोविंद बल्लभ पंत (GB Pant) एक ऐसा नाम जो इतिहास के पन्नों में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हैं। साथ ही राम जन्म भूमि विवाद से जुड़े अध्याय में भी गोविंद बल्लभ पंत का नाम सुनहरे अक्षरों में लिखा गया है, क्योंकि इनके कार्यकाल में ही यूपी में राम जन्म भूमि का मुद्दा उभरा था और आज राम जन्म भूमि पर प्रभु श्री राम का भव्य मंदिर बनकर तैयार है। आज यानी कि सात मार्च को गोविंद बल्लभ पंत की पुण्यतिथि चलिए जानते हैं कि कौन थे गोविंद बल्लभ पंत और राम जन्म भूमि विवाद में उनका क्या योगदान था।

कौन थे गोविंद बल्लभ पंत?

गोविंद बल्लभ पंत का जन्म 10 सितंबर 1887 को अल्मोड़ा में हुआ था और वह आजादी की लड़ाई में काफी सक्रिय थे। उन्होंने वकालत की पढ़ाई की थी। गोविंद बल्लभ पंत को काकोरी कांड में रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाकुल्ला खान और काकोरी मामले में शामिल अन्य क्रांतिकारियों का प्रतिनिधित्व करने के लिए कांग्रेस ने नियुक्त किया गया था और उन्होने काकोरी कांड की लड़ाई लड़ी थी।
आगे चलकर उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ कई लड़ाइयां लड़ी और कई बार जेल भी गए। उन्होंने साइमन कमीशन के खिलाफ आंदोलन में हिस्सा लिया। गोविंद बल्लभ पंत भारत की आजादी की लड़ाई में बड़े चेहरों में शुमार थे। आजादी की लड़ाई में महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, वल्लभ भाई पटेल के बाद गोविंद बल्लभ पंत को गिना जाता था।
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