Mathura News: हवा में उड़कर दर्शन को आएंगे बांके बिहारी के भक्त, राधा रानी मंदिर के लिए इस दिन से शुरू होगी रोप-वे
Mathura News: बांके बिहारी मंदिर सहित मथुरा-वृंदावन के कई प्रमुख मंदिरों के दर्शनों के लिए रोप-वे की सेवा शुरू की जा रही है। इस बीच राधा रानी मंदिर के लिए जाने वाले रोप-वे का काम पूरा हो गया है। इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किया जाएगा।
हवा में उड़कर दर्शन को आएंगे बांके बिहारी के भक्त
Mathura News: प्रति वर्ष बांके बिहारी के दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालु मथुरा-वृंदावन जाते हैं। दिन-प्रतिदिन ये संख्या बढ़ती ही जा रही है। जाम की स्थिति को कम करने के लिए, श्रद्धालुओं की यात्रा और सुखद बनाने के लिए और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए रोप-वे योजना का विकास किया जा रहा है। रोप-वे सेवा शुरू होते ही श्रद्धालु सड़कों की बजाए रोप के माध्यम से सीधा मंदिर पहुंचेंगे। इससे लोगों की यात्रा आसान और सुखद होगी। इससे भगवान के दर्शन बिना किसी दिक्कत के किए जा सकेंगे। आइए आपको इस परियोजना और रोप-वे शुरू होने के दिन के बारे में बताएं।
रोप-वे डेवलपमेंट प्रोग्राम
उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने नेशनल रोप-वे डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत मथुरा-वृंदावन में रोप-वे बनाने का प्रस्ताव रखा था। इसलिए शुक्रवार को परिषद के सीईओ श्याम बहादुर सिंह सहित, एनएचएलएम के सीईओ और संबंधित विभाग के अधिकारी प्रारंभिक निरीक्षण के लिए पहुंचे। और इस योजना के बारे में विस्तार से चर्चा की। रोप-वे योजना पर सीईओ श्याम बहादुर सिंह ने बताया कि इस योजना को तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। जानकारी के अनुसार, पहले चरण में रोप-वे छटीकरा मार्ग पर वैष्णो देवी मंदिर से बिहारी जी मंदिर से होकर दारुल पार्किंग तक जाएगी। इस पूरे मार्ग पर 40 टावर और 8 स्टेशन बनाए जाएंगे। ये स्टेशन मध्य चंद्रोदय मंदिर, मल्टी लेवल पार्किंग प्रेम मंदिर, इस्कॉन मंदिर और अटल्ला चुंगी तक बनाए जाएंगे।
ये भी पढ़ें - देश के इस प्रमुख एयरपोर्ट को करना पड़ा बंद, न विमान उड़ेंगे और न ही उतरेंगे; जानिए वजह
छटीकरा से बिहारी जी की दूरी होगी कम
रोपवे के माध्यम से छटीकरा से बिहारी जी तक की यात्रा की दूरी कम हो जाएगी। इस यात्रा में मात्र 32 मिनट का समय लगेगा। क्योंकि इस रोपवे की रफ्तार 6 मीटर प्रति सेकंड की होगी। एक घंटे में 1500 से 2000 लोग रोप-वे से बिहारी जी तक का सफर तय कर सकेंगे। अब आप समझ सकते हैं कि रोजाना कितने हजार श्रद्धालु बिना जाम के, सुविधा के साथ बिहारी जी के मंदिर पहुंच सकते हैं।
करोड़ी की रोपवे योजना
बता दें कि रोप-वे योजना के पहले चरण को विकसित करने के लिए 600 से 800 करोड़ रुपये का खर्च होने की संभावना है। जानकारी के अनुसार, योजना के प्रति किलोमीटर पर 80 से 100 करोड़ रुपये खर्च हो सकता है। प्रथम चरण के रोप-वे परियोजना की लंबाई 7.9 किमी है।
इस दिन से शुरू होगा राधा रानी मंदिर के लिए रोपवे
मिली जानकारी के अनुसार, बरसाने की राधा रानी मंदिर के लिए रोप-वे 15 जून से शुरू कर दिया जाएगा। इससे भीड़ को नियंत्रित करना आसान होगा। बता दें कि राधा रानी मंदिर जाने के लिए 200 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती है। ऐसे में रोप-वे शुरू होने से ये समस्या भी दूर हो जाएगी। इसका सबसे अधिक लाभ बुजुर्ग और बच्चों को होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि राधा रानी मंदिर जाने के लिए रोप-वे योजना का शिलान्यास करीब 1 दशक पहले किया गया था। इसमें आ रही अड़चनों को पार करके बीजेपी सरकार ने रोप-वे के निर्माण को गति दी, जिसके बाद इसका विकास तेजी से किया गया और अब आने वाली 15 जून को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसका उद्घाटन करेंगे। उसके बाद से श्रद्धालु रोपवे सेवा का लाभ उठा सकेंगे।
मंदिर और रोप-वे तक जाने का मार्ग होगा सुगम
गेस्ट हाउस से मंदिर और रोप-वे तक जाने वाले रास्तों को श्रद्धालुओं के लिए और सुगम बनाने के लिए सीओ गोवर्धन आलोक सिंह, तहसीलदार एवं ईओ कल्पना बाजपेई ने मार्गों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पीली कोठी तिराहे, कुंड मार्ग, राधाबाग मार्ग और सुदामा चौक सहित कई स्थानों के चौड़ीकरण की बात की। साथ ही सड़कों के आसपास के स्थानों को अतिक्रमण हटाने के लिए चिन्हित किया गया है। रास्तों की साफ-सफाई के साथ पौधरोपण के लिए ब्लूप्रिंट भी तैयारी करने की जानकारी दी है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | शहर (cities News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
वर्षा कुशवाहा टाइम्स नाऊ नवभारत में बतौर कॉपी एडिटर काम कर रही हैं। नवबंर 2023 से Timesnowhindi.com के साथ करियर को आगे बढ़ा रहे हैं। वह इंफ्रा, डे...और देखें
Tamil Nadu में भारी बारिश, खोले गये बांध; कई जिलों में स्कूल बंद
Road Accident: राजस्थान में बड़ा सड़क हादसा, बस ने बाइक सवारों को मारी टक्कर; 3 की मौत
सपने में आते हैं तानसेन! जन्मस्थली पर अवैध अतिक्रमण; व्यापम घोटाले के मुखबिर को सता रहा ये डर
उत्तर भारत में कोल्ड वेव का अलर्ट, बिहार में छाया रहेगा घना कोहरा, जानें कैसे रहेंगे मौसम के मिजाज
सप्तपुरियों में से एक काशी का नाम वाराणसी कैसे पड़ा, जानें महाभारत काल से अब तक का सफर
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited