तेजी से आगे बढ़ रहा Monsoon, अगले दो-तीन दिनों में यहां झूमकर बरसेंगे बादल, लू से मिलेगी राहत

केरल और बंगाल की खाड़ी में दो दिन पहले ही मानसून पहुंच चुका है। उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में अब भी लू के थपेड़ों से लोग परेशान हैं। हालांकि, मौसम विभाग का कहना है कि मानसून और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते लू से थोड़ी राहत मिली है।

अगले 2-3 दिन में झूमकर बरसेंगे बादल

दिल्ली-NCR सहित उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में गर्मी का प्रकोप जारी है। सूरज से आग बरस रही है। शहर की सड़कें भट्टी बनी हुई हैं और लू (Heatwave) से लोगों का बुरा हाल है। उधर केरल और बंगाल की खाड़ी में दो दिन पहले ही मानसून (Monsoon) पहुंच चुका है। मौसम विभाग (IMD) का कहना है कि भारत में इस समय तीन फिनोमिना देखने को मिल रहे हैं - एक तरफ हीटवेव से परेशान हैं, तो दूसरी तरफ बिजली कड़कने व तीसरी तरफ दक्षिण भारत और उत्तर-पूर्वी (North-East) में दक्षिण-पश्चिम मानसून लगातार आगे बढ़ रहा है। चलिए जानते हैं हीटवेव और मानसून पर मौसम विभाग ने क्या कहा -
मौसम विभाग की वरिष्ठ साइंटिस्ट सोमा सेना ने लू यानी हीटवेव पर बात करते हुए कहा कि पूर्व की तरफ से राहत की हवाएं आते हुए दिख रही हैं। यह हवाएं बंगाल की खाड़ी की तरफ से आ रही हैं, जिससे लू की स्थिति में सुधार हुआ है। इसके अलावा पश्चिमी विक्षोभ यानी वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की स्थिति भी बन रही है। इन दोनों स्थितियों के चलते बंगाल की खाड़ी और अरब सागर की ओर से नम हवाएं उत्तर भारत की तरफ आ रही हैं।

लू का प्रकोप होगा कम

उन्होंने कहा बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों तरफ से आने वाली हवाएं उत्तर भारत की तरफ आ रही हैं। इससे राजस्थान, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और दिल्ली के जिन इलाकों में भीषण लू का प्रकोप था वहां इसकी तीव्रता कम हो गई है। इसके कारण आज भी तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी और लोगों को प्रचंड गर्मी से राहत मिलेगी।

और हिस्सों में होगी मानसूनी बारिश

IMD की तरफ से कहा गया है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून लगातार आगे बढ़ रहा है। अब यह बंगाल की खाड़ी और इसके उत्तर-पश्चिमी हिस्सों, त्रिपुरा, मेघालय, असम, पश्चिम बंगाल और सिक्किम के हिमालयी भेत्रों में फैलेगा।
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