Mumbai-Pune Expressway पर खत्म हो जाएगा 50% ट्रैफिक, बनने वाली है 14 लेन सड़क; मुंबई से जुड़ जाएंगे पुणे-बेंगलुरु

Mumbai-Pune Expressway: अटल सेतु के नजदीक नई सड़क बनने से मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे के यातायात में 50 प्रतिशत की कमी आएगी। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि यह सड़क आगे रिंग रोड के माध्यम से पुणे और फिर बेंगलुरु से जुड़ेगी।

Mumbai-Pune Expressway पर खत्म हो जाएगा 50% ट्रैफिक, बनने वाली है 14 लेन सड़क; मुंबई से जुड़ जाएंगे पुणे-बेंगलुरु

Mumbai-Pune Expressway: मायानगरी मुंबई से अन्य शहरों को कनेक्ट करने की कवायत तेज है। ट्रैफिक के लिए बाधा बने समुद्र के किनारे 14 लेन की सड़क बनाकर पुणे को सीधा जोड़ा जाएगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को कहा कि समु्द्र पर बने अटल सेतु के नजदीक प्रस्तावित 14 लेन की सड़क बनने से मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर मौजूदा यातायात में 50 प्रतिशत की कमी आएगी। उन्होंने बताया कि प्रस्तावित सड़क एक रिंग रोड के माध्यम से पुणे को जोड़ेगी। गडकरी अभियंता दिवस के अवसर पर सीओईपी टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित पूर्व छात्र समारोह में मुंबई-बेंगलुरु के लिए सड़क योजनाओं के बारे में बात कर रहे थे।

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उन्होंने कहा कि मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर यातायात का भारी दबाव है। अटल सेतु के पास 14 लेन की सड़क बनाई जाएगी तो यह सड़क मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर यातायात को 50 प्रतिशत तक कम कर देगी। यह सड़क आगे रिंग रोड के माध्यम से पुणे और फिर बेंगलुरु से जुड़ेगी। अटल सेतु देश में समुद्र पर बना सबसे लंबा पुल है और यह मुंबई के शिवड़ी को नवी मुंबई से जोड़ता है।

बिजली से चलेंगे वाहन

गडकरी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ऑटोमोबाइल क्षेत्र में भारत दुनिया में तीसरे स्थान पर है और अगले 25 वर्षों में सभी वाहन जीवाश्म ईंधन से नहीं बल्कि बिजली से चलेंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारी तकनीक किफायती होनी चाहिए। हम सड़क बनाने के लिए कचरे का इस्तेमाल कर सकते हैं। नयी सड़कें बनाने के लिए करीब 80 लाख टन कचरे का इस्तेमाल किया गया है। इस क्षेत्र में अनुसंधानकर्ताओं के लिए काफी संभावनाएं हैं।

उन्होंने केंद्र की आत्मनिर्भरता की अवधारणा पर जोर देते हुए कहा कि भारत को स्मार्ट शहरों की नहीं बल्कि स्मार्ट गांवों की जरूरत है। किसानों के जीवन स्तर में सुधार होना चाहिए। तभी हम उन्हें आत्मनिर्भर कह सकते हैं।

(इनपुट-भाषा)

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Pushpendra kumar author

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