आखिर यह नई दरगाह किसकी है, अगर नहीं हुई ध्वस्त तो खुद गिरा देंगे, राज ठाकरे की चेतावनी
New Haji Ali Dargah: एमएनएस के मुखिया राज ठाकरे ने कहा कि माहिम के पास बीच समंदर में नई दरगाह किसकी बनाई जा रही है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कार्रवाई नहीं हुई को तो वो खुद उस दरगाह को ध्वस्त कर देंगे।
राज ठाकरे, एमएनएस चीफ
New
राज ठाकरे की खुली चेतावनी
वीडियो में कुछ खंभों के साथ तट के पास एक द्वीप-प्रकार का छोटा खंड दिखाया गया है। इसने कुछ लोगों को सीट के पानी से गुजरते हुए और राज ठाकरे को 'दरगाह' के रूप में दावा करने के लिए अपना सम्मान पेश करते हुए देखा। मैं देश के संविधान का पालन करने वाले मुसलमानों से पूछना चाहता हूं: क्या आप इसकी निंदा करते हैं? मैं झुकना नहीं चाहता, लेकिन जरूरत पड़ने पर मुझे यह करना ही पड़ेगा। उन्होंने कहा कि धर्मनिरपेक्षता के नाम पर किस तरह की राजनीति हो रही है। इसके साथ यह भी कहा कि चाहे उद्धव ठाकरे हों या एकनाथ शिंदे दोनों नाकाम रहे हैं। शिवसेना के प्रतीक चिन्ह को संभालने की क्षमता इन दोनों में से किसी की नहीं है।
हाजी अली दरगाह
हाजी अली दरगाह एक मस्जिद और दरगाह है या पीर हाजी अली शाह बुखारी का स्मारक है जो दक्षिणी मुंबई में वर्ली के तट पर एक टापू पर स्थित है। इंडो-इस्लामिक वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। दरगाह हाजी अली शाह बुखारी की कब्र शामिल है। बुखारी एक सूफी संत और उज्बेकिस्तान के एक धनी व्यापारी थे। हाजी अली दरगाह का निर्माण 1431 में एक धनी मुस्लिम व्यापारी, सैय्यद पीर हाजी अली शाह बुखारी की याद में किया गया था, जिन्होंने मक्का की तीर्थ यात्रा करने से पहले अपनी सारी सांसारिक संपत्ति छोड़ दी थी। बुखारा के रहने वाले बुखारी ने 15वीं शताब्दी के प्रारंभ से लेकर मध्य तक दुनिया भर में यात्रा की और बाद में वर्तमान मुंबई में बस गए।
किंवदंतियों के अनुसार एक बार पीर हाजी अली ने एक गरीब महिला को खाली बर्तन पकड़े सड़क पर रोते हुए देखा। उसने उससे पूछा कि क्या समस्या है। उसने रोते हुए कहा कि उसका पति उसे मारेगा पीटेगा क्योंकि वह ठोकर लगने से वो गिरी और गलती से तेल गिर गया जिसे लेकर वो जा रही थी। उन्होंने उस पर ले जाने के लिए बोला जहां तेल गिरा था। पीर ने मिट्टी में एक उंगली गड़ाई और तेल बाहर निकल आया। बाद में पीर हाजी अली शाह बुखारी को सपना आया कि उन्होंने अपने इस काम से पृथ्वी को घायल कर दिया है। पछतावे और दु:ख की वजह से अस्वस्थ रहने लगे। फिर अपनी मां की इजाजत से उन्होंने अपने भाई के साथ भारत की यात्रा की और अंत में वर्ली के पास या वर्तमान मकबरे के करीब पहुंचे। हालांकि उनके भाई अपने मूल स्थान पर वापस चले गए। पीर हाजी अली शाह बुखारी ने उनके साथ उनकी मां को एक पत्र भेजा जिसमें उन्होंने बताया कि उनका स्वास्थ्य अच्छा है और उन्होंने इस्लाम के प्रसार के लिए स्थायी रूप से उस स्थान पर रहने का फैसला किया है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | मुंबई (cities News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
खबरों को सटीक, तार्किक और विश्लेषण के अंदाज में पेश करना पेशा है। पिछले 10 वर्षों से डिजिटल मीडिया में कार्य करने का अनुभव है।और देखें
Patna Book Fair: 'पटना पुस्तक मेला' में कार्यक्रमों की भरमार, साहित्य प्रेमियों का लगा जमावड़ा
Delhi Police: दिल्ली में बम धमाकों की अफवाहों के बाद बड़ी कार्रवाई, कई अधिकारी इधर से उधर; जानिए किसको मिली कहां तैनाती
राजस्थान के CM भजनलाल शर्मा के काफिले से टकराई कार, ASI की मौत और 6 घायल
पहाड़ों पर बर्फबारी ने बढ़ाई ठंड, यूपी-राजस्थान समेत इन राज्यों में शीतलहर शुरू
Gurugram: सेक्टर-37 के गोदाम में लगी भीषण आग, धुएं के गुबार में पूरा इलाका
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited