Maharashtra Earthquake Update: महाराष्ट्र में सुबह-सुबह हिली धरती, भूकंप के दो झटकों से थर्राया हिंगोली

Maharashtra Earthquake Update: महाराष्ट्र के हिंगोली में गुरुवार की सुबह दो भूकंप के झटके महसूस किए गए। ये झटके लगभग 10 मिनट के अंतराल पर दर्ज किए गए।

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हिंगोली में भूकंप

Maharashtra Earthquake Update: महाराष्ट्र के हिंगोली में गुरुवार की सुबह दो भूकंप के झटके महसूस किए गए। ये झटके लगभग 10 मिनट के अंतराल पर दर्ज किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक, हिंगोली में भूकंप का पहला झटका सुबह 6 बजकर 8 मिनट पर महसूस किया गया। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.5 रही। वहीं, भूकंप का दूसरा झटका सुबह 6 बजकर 19 मिनट पर दर्ज किया गया, जो रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 3.6 दर्ज की गई। हालांकि, किसी नुकसान की खबर नहीं है। इसी प्रकार बुधवार-गुरुवार की मध्य रात्रि अरुणाचल प्रदेश में भूकंप के झटके महसूस किए गए।

10 KM थी भूकंप की गहराई

भूकंप का केंद्र हिंगोली का Kalamnuri रहा। भूकंप की गहराई करीब 10 किमी रही। भूकंप का केंद्र अक्षांश 19.48 और देशांतर 77.30 रहा। चूंकि, भूकंप सुबह जल्दी आया तो ज्यादा लोगों को इसकी भनक नही लग सकी। लोग उस समय सो रहे थे। जानकारी के मुताबिक, भूकंप का पहला झटका तेज था, लेकिन किसी प्रकार जान माल का नुकसान नहीं हुआ। हालांकि, कुछ लोग झटके महसूस हुए तो घर के बाहर निकल आए। नांदेड़ के अर्धापुर, मुदखेड, नायगांव, देगलुर और बिलोली तालुका में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। जिलाधिकारी अभिजीत राऊत ने लोगों से अपील की है कि वे इस स्थिति में घबराएं नहीं। अधिकारियों ने लोगों से अपने घरों की टिन की छतों पर (वजन बढ़ाने के लिए)रखे गए पत्थरों को हटाने के लिए भी कहा है।

अरुणाचल प्रदेश में भी भूकंप

इसी प्रकार का भूकंप गुरुवार की सुबह अरुणाचल प्रदेश में भी आया। यहां भी भूकंप ने दो झटके दिए। अरुणाचल में पहला भूकंप, जिसकी तीव्रता 3.7 थी, आधी रात 1:49 बजे आया। भूकंप का केंद्र अक्षांश 27.38 और देशांतर 92.77 पर 10 किलोमीटर की गहराई में स्थित था। भूकंप का केंद्र अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम कामेंग में था।

कैसे आता है भूकंपपृथ्वी की चार प्रमुख परतें हैं, जिसे इनर कोर, आउटर कोर, मेंटल और क्रस्ट कहते हैं। हमारी पृथ्‍वी टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है। इसके नीचे तरल पदार्थ लावा है और इस पर टैक्टोनिक प्लेट्स तैरती रहती हैं, जिसके आपस में टकराने पर पृथ्वी की सतह के नीचे कंपन शुरू होता है। जब ये प्लेट्स अपनी जगह से खिसकती हैं तो भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं।

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Pushpendra kumar author

पुष्पेंद्र यादव यूपी के फतेहुपुर जिले से ताल्लुक रखते हैं। बचपन एक छोटे से गांव में बीता और शिक्षा-दीक्षा भी उसी परिवेश के साथ आगे बढ़ी। साल 2016 स...और देखें

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