Mumbai News: बच्चों और किशोरों के लिए नासिक नगर निगम इस तारीख से शुरू करेगा स्वास्थ्य कैंप, होंगी ये जांच
Mumbai News: आने वाले कुछ दिनों में बच्चे और किशोर फ्री में अपनी स्वास्थ्य जांच करवा सकते हैं। नासिक नगर निगम (एनएमसी) स्वास्थ्य जांच अभियान शुरू करने वाला है। यह अभियान 9 फरवरी से शुरू किया जाएगा। एनएमसी 18 साल से कम उम्र के हर एक बच्चे के किसी भी बीमारी से पीड़ित होने की जांच के लिए नागरिक सीमा में एक अभियान चलाएगा।
बच्चों के लिए एनएमसी का स्वास्थ्य जांच अभियान (फाइल फोटो)
मुख्य बातें
- बच्चे और किशोर फ्री में करवा सकेंगे अपनी स्वास्थ्य जांच
- एनएमसी स्वास्थ्य जांच अभियान शुरू करने वाला है
- यह अभियान 9 फरवरी से शुरू किया जाएगा
Mumbai News: बीमार बच्चों और किशोरों के लिए अच्छी खबर है। आने वाले कुछ दिनों में बच्चों और किशोर फ्री में अपनी स्वास्थ्य जांच करवा सकते हैं। इसके लिए नासिक नगर निगम (एनएमसी) ने स्वास्थ्य जांच अभियान शुरू करने का फैसला किया है। यह अभियान 9 फरवरी से शुरू किया जाएगा। एनएमसी 18 साल से कम उम्र के हर एक बच्चे के किसी भी बीमारी से पीड़ित होने की जांच के लिए नागरिक सीमा में एक अभियान शुरू करेगा। इस बात की जानकारी नगर आयुक्त चंद्रकांत पुलकुंदवार ने दी है। इस स्वास्थ्य जांच अभियान मुद्दे को लेकर चंद्रकांत पुलकुंदवार ने बीते शुक्रवार को नगर निगम के अधिकारियों के साथ एक बैठक की थी।
इस बैठक में उन्होंने अधिकारियों को बच्चों और किशोरों के स्वास्थ्य की जांच करने के लिए स्कूलों, जूनियर कॉलेजों, अनाथालयों और रिमांड होम का दौरा करने का निर्देश दिया है। नासिक शहर में 18 वर्ष से कम आयु के लगभग 5 लाख बच्चे हैं और उनमें से हर एक की अगले दो महीनों में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिए जांच की जाएगी।
हर दिन 150 बच्चों की होगी जांचइसके लिए एनएमसी ने मेडिकल कॉलेज, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और इंडियन एसोसिएशन से मदद मांगी है। इस बाबत बाल चिकित्सा विभाग एनएमसी के स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख डॉ बापूसाहेब नागरगोजे ने बताया है कि, विभाग के पास राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में सात डॉक्टर हैं और एनएमसी में 27 डॉक्टर हैं। यह सभी 34 डॉक्टर, अन्य संघों के साथ, एक स्क्रीनिंग कार्यक्रम आयोजित करेंगे। हर एक डॉक्टर से प्रतिदिन 150 बच्चों की जांच करने की उम्मीद की जा रही है।
नगर निगम के अस्पतालों या सिविल अस्पताल में रेफर किया जाएगाडॉ बापूसाहेब नागरगोजे ने आगे बताया है कि, चार साल से कम उम्र के बच्चों की जांच नजदीक के स्कूल या आंगनबाड़ी केंद्र में एकीकृत बाल विकास योजना के कर्मचारियों की मदद से डॉक्टरों की ओर से की जाएगी। बीमारी से ग्रसित पाए गए बच्चों को इलाज के लिए पहले नगर निगम के अस्पतालों या सिविल अस्पताल में रेफर किया जाएगा। इसके अलावा पीड़ित बच्चे महात्मा ज्योतिबा फुले जन आरोग्य योजना के लाभार्थी सूचीबद्ध अस्पतालों से योजना के तहत उपचार प्राप्त कर सकते हैं।
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