नोएडा, देश की राजधानी नई दिल्ली के बिल्कुल करीब यह शहर तेजी से विकास कर रहा है। दिल्ली के ही ओखला इलाके से नोएडा को उसका यह नाम मिला है। दिल्ली में बहने वाली यमुना के दूसरे छोर पर जब एक शहर बसाने की बात आई तो उसका नाम नवीन ओखला (New Okhla) रखा गया। इस नए ओखला को बसाने के लिए नवीन ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण (New Okhla Industrial Development Authority - NOIDA) बनाया गया। बाद में इस शहर को नोएडा के नाम से ही जाना जाने लगा। नोएडा को अपनी ऊंची-ऊंची बिल्डिंगों, प्लानिंग के साथ बसाए गए सेक्टरों और हरियाली के लिए जाना जाता है।
इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में नोएडा आसपास के अन्य शहरों से आगे निकलता दिखता है। दिल्ली के करीब होने के कारण यहां पर सुरक्षा व्यवस्था और ट्रैफिक व्यवस्था भी अच्छी है। हालांकि, कई बार सुरक्षा में चूक और ट्रैफिक जाम (Noida Traffic) जैसी दिक्कतें भी होती हैं। उत्तर प्रदेश और देश के कई अन्य राज्यों से लोग यहां रोजगार और आवास की तलाश में आते हैं। यहां बड़ी संख्या में लोग रहते हैं और कई बार आपराधिक घटनाएं (Noida Crime) भी सामने आती हैं।
यहां पर बड़ी संख्या में औद्योगिक गतिविधियां होती हैं और हाई राइज बिल्डिंगें भी नोएडा की स्काई लाइन को अलग बनाती हैं। ऐसे में नोएडा में आग (Noida Fire News) लगने की घटनाएं में होती रहती हैं। यह शहर तेजी से आगे बढ़ रहा है। समृद्धि भी बढ़ रही है और सड़कों पर ट्रैफिक भी बढ़ रहा है। ऐसे में सड़क हादसे (Noida Accident) भी यहां अक्सर होते रहते हैं।
नोएडा को दिल्ली के करीब होने का लाभ मेट्रो (Noida Metro) के रूप में भी मिलता है। दिल्ली मेट्रो (DMRC) की ब्लू लाइन (Delhi Metro Blue Line) और मजेंटा लाइन (Delhi Metro Magenta Line) यहां आती हैं। इसके अलावा नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (NMRC) की अपनी एक्वा लाइन (Aqua Line Metro) भी नोएडा को ग्रेटर नोएडा से जोड़ती है। नोएडा इस क्षेत्र में एजुकेशन हब भी है। नोएडा में कई बड़े और नामी स्कूल (Noida School News) हैं और कई बड़े प्राइवेट विश्वविद्यालय (Private Universities) और इंस्टीट्यूट (Institutes in Noida) यहां पर हैं।
नोएडा का काफी विकास हुआ है और यह शहर अब भी विकसित हो रहा है। ऐसे में यहां पर प्रॉपर्टीज की खरीद-फरोख्त से जुड़ी खबरें (Noida Properties News) भी अक्सर सामने आती रहती हैं। दिल्ली-एनसीआर में होने वाली हर तरह की हलचल का असर नोएडा पर भी पड़ता है, फिर चाहे वह भूकंप (Noida Earthquake) हो या कुछ और।
नोएडा में दंगे (Noida Riots) का इतिहास नहीं है। हालांकि, यहां पर किसान व फैक्टरी कर्मचारियों की हड़ताल यानी प्रोटेस्ट (Noida Protest News) की खबरें अक्सर सुनने को मिलती हैं। नोएडा के विकास के लिए सीधेतौर पर नोएडा प्राधिकरण जिम्मेदार है, इसलिए नोएडा प्राधिकरण समाचार (Noida Authority News) भी यहां के अखबारों की सुर्खियों में होते हैं। तेजी से विकसित हो रहे नोएडा में फ्लाईओवर (Noida Flyover) और नोएडा अंडरपास (Noida Underpass) जैसे प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाएं इस शहर को नया रंग-रूप देती हैं।
दिल्ली-एनसीआर का हिस्सा होने के नाते, नोएडा में प्रदूषण (Noida Pollution), नोएडा में हवा की खराब गुणवत्ता (Noida AQI) भी सुर्खियों में रहते हैं। दिल्ली की ही तरह नोएडा में भी लोगों को सर्दियों में बहुत अधिक ठंड (Noida Cold Wave) और गर्मियों में लू (Noida Heat Wave) का प्रकोप झेलना पड़ता है।
इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में नोएडा आसपास के अन्य शहरों से आगे निकलता दिखता है। दिल्ली के करीब होने के कारण यहां पर सुरक्षा व्यवस्था और ट्रैफिक व्यवस्था भी अच्छी है। हालांकि, कई बार सुरक्षा में चूक और ट्रैफिक जाम (Noida Traffic) जैसी दिक्कतें भी होती हैं। उत्तर प्रदेश और देश के कई अन्य राज्यों से लोग यहां रोजगार और आवास की तलाश में आते हैं। यहां बड़ी संख्या में लोग रहते हैं और कई बार आपराधिक घटनाएं (Noida Crime) भी सामने आती हैं।
यहां पर बड़ी संख्या में औद्योगिक गतिविधियां होती हैं और हाई राइज बिल्डिंगें भी नोएडा की स्काई लाइन को अलग बनाती हैं। ऐसे में नोएडा में आग (Noida Fire News) लगने की घटनाएं में होती रहती हैं। यह शहर तेजी से आगे बढ़ रहा है। समृद्धि भी बढ़ रही है और सड़कों पर ट्रैफिक भी बढ़ रहा है। ऐसे में सड़क हादसे (Noida Accident) भी यहां अक्सर होते रहते हैं।
नोएडा को दिल्ली के करीब होने का लाभ मेट्रो (Noida Metro) के रूप में भी मिलता है। दिल्ली मेट्रो (DMRC) की ब्लू लाइन (Delhi Metro Blue Line) और मजेंटा लाइन (Delhi Metro Magenta Line) यहां आती हैं। इसके अलावा नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (NMRC) की अपनी एक्वा लाइन (Aqua Line Metro) भी नोएडा को ग्रेटर नोएडा से जोड़ती है। नोएडा इस क्षेत्र में एजुकेशन हब भी है। नोएडा में कई बड़े और नामी स्कूल (Noida School News) हैं और कई बड़े प्राइवेट विश्वविद्यालय (Private Universities) और इंस्टीट्यूट (Institutes in Noida) यहां पर हैं।
नोएडा का काफी विकास हुआ है और यह शहर अब भी विकसित हो रहा है। ऐसे में यहां पर प्रॉपर्टीज की खरीद-फरोख्त से जुड़ी खबरें (Noida Properties News) भी अक्सर सामने आती रहती हैं। दिल्ली-एनसीआर में होने वाली हर तरह की हलचल का असर नोएडा पर भी पड़ता है, फिर चाहे वह भूकंप (Noida Earthquake) हो या कुछ और।
नोएडा में दंगे (Noida Riots) का इतिहास नहीं है। हालांकि, यहां पर किसान व फैक्टरी कर्मचारियों की हड़ताल यानी प्रोटेस्ट (Noida Protest News) की खबरें अक्सर सुनने को मिलती हैं। नोएडा के विकास के लिए सीधेतौर पर नोएडा प्राधिकरण जिम्मेदार है, इसलिए नोएडा प्राधिकरण समाचार (Noida Authority News) भी यहां के अखबारों की सुर्खियों में होते हैं। तेजी से विकसित हो रहे नोएडा में फ्लाईओवर (Noida Flyover) और नोएडा अंडरपास (Noida Underpass) जैसे प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाएं इस शहर को नया रंग-रूप देती हैं।
दिल्ली-एनसीआर का हिस्सा होने के नाते, नोएडा में प्रदूषण (Noida Pollution), नोएडा में हवा की खराब गुणवत्ता (Noida AQI) भी सुर्खियों में रहते हैं। दिल्ली की ही तरह नोएडा में भी लोगों को सर्दियों में बहुत अधिक ठंड (Noida Cold Wave) और गर्मियों में लू (Noida Heat Wave) का प्रकोप झेलना पड़ता है।
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