Noida Farmers Protest: किसानों का आक्रोश, MP महेश शर्मा मुर्दाबाद के लगे नारे, बोले-नहीं चाहिए लापता सांसद

चिल्ला बॉर्डर पर आंदोलित किसान ने गौतमबुद्धनगर के भाजपा सांसद डॉ. महेश शर्मा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इतना ही नहीं किसानों के कहा कि हमें 2024 में ऐसा सांसद नहीं चाहिए।

नोएडा में किसानों का प्रदर्शन

नोएडा: सेक्टर-6 स्थित नोएडा अथॉरिटी दफ्तर के सामने धरना दे रहे किसानों ने मंगलवार को चिल्ला बॉर्डर की ओर कूच कर दिया। बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर किसान दिल्ली की तरफ चल बड़े। किसान ने नोएडा प्राधिकरण और एनटीपीसी, दोनों जगह से मांगें पूरी नहीं होने की वजह से लंबे समय से धरना दे रहे हैं। मंगलवार को मार्च निकालते हुए किसानों ने गौतमबुद्धनगर के भाजपा सांसद डॉ. महेश शर्मा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कहा कि ऐसा सांसद हमें 2024 में नहीं चाहिए। किसान हाथों में डॉ. महेश मुर्दाबाद के पोस्टर लिए हुए थे। पोस्टर्स पर लिखा था- लापता सांसद, लाचार किसान। प्राधिकरण और एनटीपीसी के सामने अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे भारतीय किसान परिषद और भारतीय किसान यूनियन मंच के बैनर तले 105 गांवों के किसान धरना दे रहे हैं। किसानों की मांग है कि 10 प्रतिशत विकसित आबादी के प्लॉट दिए जाएं, राजस्व रिकॉर्ड में काश्तकार का नाम अंकित किया जाए, 450 वर्गमीटर की सीमा को 1000 वर्गमीटर किया जाए, पांच प्रतिशत विकसित आबादी के भूखंड पर वाणिज्यिक गतिविधियों की अनुमति दी जाए और गांवों में किसानों के घर पर भवन नियमावली लागू न किया जाए।

105 गांवों के किसानों का गुस्सा

105 गांवों के किसानों का गुस्सा सड़कों पर दिखाई दिया। पुलिस ने मार्च रोकने की कोशिश की तो किसान भड़क गए। उन्होंने डीएम कार्यालय, स्टेडियम चौराहा, उद्योग मार्ग, सेक्टर-14 ए फ्लाईओवर और चिल्ला बॉर्डर पर तीन घंटे तक आवागमन रोक दिया। भारतीय किसान यूनियन मंच के नेतृत्व में मंगलवार को हजारों की संख्या में किसान मार्च करते हुए चिल्ला बॉर्डर पहुंच गए। किसान डॉ. महेश शर्मा मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए नजर आए। किसान नेताओं का कहना है कि 12 दिन का अनशन खत्म कराने सांसद महेश शर्मा आए थे और कहकर गए थे कि 15 दिन में किसानों की सभी मांगे पूरी होंगी। इस बात को दो साल बीत गए लेकिन अभी तक कोई मांग पूरी नहीं हुई। किसानों ने कहा कि ऐसा सांसद हमें नहीं चाहिए। आंदोलनकारी महिलाओं ने नाराजगी जताते हुए कहा कि अबकी बार चुनाव में आर पार करेंगे। उधर, सोशल मीडिया पर भी इस आंदोलन के वीडियो और फोटोज सामने आए तो लोग भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को टैग कर डॉ. महेश शर्मा की कमियां गिनाने लगे। किसानों ने आरोप लगाया कि डॉ. महेश शर्मा अपने दो काम गिना दें। उन्होंने 10 साल के संसदीय कार्यकाल में कोई काम नहीं किया, केवल केंद्र सरकार के कामों का फीता काटा है। वह केवल अपने कैलाश अस्पतालों की संख्या बढ़ाने में लगे रहे।

विरोध का वीडियो हुआ वायरल

गौतमबुद्धनगर सांसद डॉक्टर महेश शर्मा एक वीडियो में मंच से मोदी सरकार और योगी सरकार के काम गिना रहे हैं। उसकी बीच ग्रामीण उनसे पूछ लेते हैं कि पांच साल में आपने क्या किया, सब तो मोदी योगी ने किया। ग्रामीण उनसे पूछते हैं कि पांच तक वो क्षेत्र के गांवों में क्यों नहीं पहुंचे। इस पर महेश शर्मा ने कोरोना का हवाला देकर अपनी किरकिरी करा ली।

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