यही मौका है, सही मौका है, जल्दी से ओखला बर्ड सेंक्चुरी पहुंचें, विदेशी पक्षी आपके इंतजार में हैं

Migratory Birds in Okhla Bird Sanctuary: ओखला बर्ड सेंचुरी में प्रवासी पक्षियों का आगमन शुरू हो गया है। ये पक्षी सर्दियां शुरू होने पर यहां पर आते हैं। अभी सफेद गल, शेलडक, चित्तीदार उल्लू, नॉर्दन शेवलर समेत कई प्रजाति के प्रवासी पक्षी बर्ड सेंचुरी में पहुंच चुके हैं। जनवरी में प्रवासी पक्षियों की संख्या सबसे अधिक होती है।

सांकेतिक फोटो

Migratory Birds in Noida: बर्डलवर्स के लिए अच्छी खबर है। ठंड के आगमन के साथ ही ओखला बर्ड सेंचुरी में प्रवासी पक्षियों का आना भी शुरू हो गया। ये ऐसा समय है, जब पक्षी प्रेमियों को कई अलग-अलग प्रजाति के पक्षियों को देखने का मौका मिलता है। ठंड के सीजन में देश-विदेश के तमाम प्रजाति के पक्षी इस बर्ड सेंचुरी में आकर चहलकदमी करते हैं। फिलहाल चित्तीदार उल्लू समेत कई अन्य प्रजाति के पक्षी इस बर्ड सेंचुरी में आ चुके हैं, जिन्हें आप देखने जा सकते हैं। वन विभाग के अनुसार सर्दी बढ़ने पर यहां पक्षियों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी होगी।

सर्दियों में आते हैं प्रवासी पक्षी

ओखला बर्ड सेंचुरी में हर साल सर्दियां में प्रवासी पक्षी बड़ी संख्या में आते हैं। ये पक्षी ऐसी जगहों से आते हैं, जहां ज्यादा ठंड की वजह से पानी जम जाता है। इन पक्षियों के स्वागत की तैयारी 15 सितंबर से ही वन विभाग शुरू कर देता है। ओखला बर्ड सेंचुरी के वन रेंजर अमित गुप्ता ने बताया कि प्रवासी पक्षी कई हाजर किलोमीटर का सफर तय करने के बाद यहां पर आते हैं। अपनी यात्रा के दौरान वे सूरज और तारों की दिशा को देखते हुए यहां पहुंचते हैं। सर्दियों के आगमन के साथ ही ये प्रवासी पक्षी यहां पर आते हैं और ठंड कम होने पर यहां से वापस लौट जाते हैं।

दुर्लभ प्रजाति के पक्षी भी आते हैं यहां

वन रेंजर ने बताया कि ओखला बर्ड सेंचुरी में फिलहाल कुछ प्रजातियों के करीब 3-4 हजार पक्षी ओखला बर्ड सेंचुरी में पहुंच चुके हैं। इनमें सफेद गल, शेलडक, चित्तीदार उल्लू, नॉर्दन शेवलर आदि शामिल हैं। इन पक्षियों के आने से पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा होता है। उन्होंने बताया कि बर्ड सेंचुरी में सबसे ज्यादा प्रवासी पक्षियों की संख्या जनवरी में होती है। यहां पर कभी-कभी दुर्लभ प्रजातियों के पक्षी भी दिखाई देते हैं।

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