New Noida-Greater Noida Expressway: जाम के झाम से मुक्त होंगे दिल्ली-नोएडावासी! जल्द बनने वाला है नया 8 लेन एक्सप्रेसवे
New Noida-Greater Noida Expressway: नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के समानांतर 32 किमी का एक नया सड़क मार्ग या एक्सप्रेसवे बनाने की कवायत चल रही है। नोएडा में इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 28 किमी होगी। इसे 4 किमी लंबा लिंक रोड बना कर जेवर हवाई अड्डे (Jewar Airport) से कनेक्ट किया जाएगा। चलिए जानते हैं यह मार्ग कहां से गुजरेगा?
न्यू नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे
New Noida-Greater Noida Expressway: उत्तर प्रदेश के नोएडा- ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर यातायात का अत्यधिक दबाव बढ़ने के कारण रोजाना भीषण जाम की स्थिति पैदा होती है। रोजाना ऑफिस या किसी अन्य काम से बाहर निकले लोगों को भारी जाम से कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इससे न सिर्फ दिन का अहम हिस्सा सड़क पर बीतता है, बल्कि वाहनों के ईधन खर्च के साथ प्रदूषण से वातावरण में भी जहर घुल रहा है। इन्हीं समस्याओं को कम करने के लिए ओखला बैराज से हिंडन-यमुना दोआब (Hindon-Yamuna Doab) के माध्यम से यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) तक एक वैकल्पिक एक्सप्रेसवे बनाने की तैयारी की गई है। यह एक्सप्रेसवे 6 लेन एलिवेटेड या 8 लेन ग्राउंड लेवल होगा। इसके निर्माण से दिल्ली-एनसीआर के प्रमुख शहरों की ओर सफर करने में सहूलियत मिलेगी।
राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का प्रस्ताव
इस योजना को पूरा करने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने उत्तर प्रदेश सरकार के लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव को इस नए मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का प्रस्ताव भेजा है। अगर, इस मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा मिलने पर परियोजना को धरातल में उतारने की दिशा में अन्य औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी। इसके बाद निर्माण की प्रक्रिया तेज की जाएगी।
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का प्रभाव
अभी दिल्ली से नोएडा के बीच सफर करने के लिए वाहन चालकों को भारी ट्रैफिक का सामना करना पड़ता है, जिससे कार्बन उत्सर्जन के बढ़ने से वायु प्रदूषण का खतरा बढ़ता है। वैसे भी दिल्ली-एनसीआर रीजन में सर्दियों के सीजन में भीषण प्रदूषण की मार देखने को मिलती है, जिससे तमाम स्वास्थ्य संबंधी दुश्वारियां सामने आती हैं। यहां प्रदूषण से निपटने में वाहनों की अधिकता काफी हद तक जिम्मेदार है।
जेवर हवाई अड्डे को कनेक्ट करेगा न्यू नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे
नया एक्सप्रेसवे बनने से न्यू नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर वाहनों का दबाव कम होगा और लोगों का समय भी बचेगा। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के समानांतर 32 किमी का यह नया हाईस्पीड सड़क मार्ग या एक्सप्रेसवे होगा। नोएडा में इस एयरपोर्ट की लंबाई 28 किमी होगी। इसे 4 किमी लंबा लिंक रोड बना कर जेवर हवाई अड्डे (Jewar Airport) से कनेक्ट किया जाएगा। इस नए सड़क मार्ग के लिए नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) ने पूर्व में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को लेटर भेजा था। हालांकि, एनएचएआई ने यह कहकर मना कर दिया था कि हम सिर्फ नेशनल हाईवे (National Highway) का निर्माण करते हैं। हमारे अंडर में एक्सप्रेसवे डेवलप की कोई गुंजाइश नहीं है। लिहाजा, नोएडा प्राधिकरण ने एक बार फिर एनएचएआई को पत्र लिखकर विचार करने के लिए कहा है।
न्यू नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे रूट मैप (New Noida-Greno Expressway Route Map)
इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) क्षेत्र के कई इलाकों को लाभ मिलेगा। खासकर, दिल्ली, हरियाणा और यूपी के शहरों के लोगों को यातायात में सहूलियत होगी। यह नया एक्सप्रेसवे नोएडा सेक्टर 128, 135, 150, 151, 168 के साथ ही ग्रेटर नोएडा के कुछ क्षेत्रों के वाहन चालकों को बड़ी राहत प्रदान करेगा।
जानकारी | विवरण |
एक्सप्रेसवे का नाम | न्यू नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे |
एक्सप्रेसवे की लंबाई | 32किमी. |
परियोजना की लागत | 4000 करोड़ |
शुरुआती प्वाइंट | ओखला ब्रिज |
आखिरी प्वाइंट | यमुना एक्सप्रेसवे |
कनेक्टिविटी | यमुना एक्सप्रेसवे, मुंबई-वड़ोदरा एक्सप्रेसवे |
निर्माणकर्ता कंपनी | एनएचएआई |
यहां बनेगा अंडरपास
इधर, पुश्ता सड़क के 11 किलोमीटर के हिस्से का निर्माण पहले से ही किया जा चुका है। साल 2014 में बने इस एक्सप्रेसवे को ट्रैफिक के लिए खोल दिया गया था। अब इस नए एक्सप्रेसवे के निर्माण में करीब 4000 हजार करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है। इसमें जो भी अंत तक लागत तय होगी, उसे केंद्र और राज्य सरकार मिलकर वहन करेंगी। इस पर झट्टा अंडरपास भी बनाया जाएगा, जिसकी लागत 131 करोड़ रुपये होगी। झट्टा अंडरपास के एक तरफ सेक्टर 145 और 146 है और दूसरी ओर सेक्टर 155 और 159 है।
इन शहरों को होगा सीधा फायदा
एक अनुमान के मुताबिक, नोएडा एक्सप्रेसवे पर गाड़ियों का बड़ा बोझ है। इससे रोजना करीब 10 लाख के आसपास वाहन गुजरते हैं। कई बार ज्यादा वाहनों की वजह से जाम की स्थिति पैदा होती है। लिहाजा, यह नया समानांतर एक्सप्रेसवे बनाकर यात्रा को सुगम और समय रहित बनाया जाएगा। इसके बनने से हरियाणा के फरीदाबाद, बल्लभगढ़, दिल्ली के बदरपुर, नेहरू प्लेस और नोएडा का ज्यादा ट्रैफिक इस नए एक्सप्रेसवे से गुजरेगा, जिससे नोएडा एक्सप्रेसवे से वाहनों का भार कम होगा। इसके अलावा इस नए एक्सप्रेसवे को दिल्ली के कालिंदी कुंज (Kalindi Kunj) के पास मुंबई-वड़ोदरा एक्सप्रेसवे (Mumbai-Vadodara Expressway) से भी जोड़ने का प्लान है। इस एक्सप्रेसवे के विकसित होने से क्षेत्र में रियल स्टेट और रेस्टोरेंट इत्यादि क्षेत्रों में उछाल देखने को मिलेगी। साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार के भी साधन उपलब्ध होंगे।
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Pushpendra kumar author
पुष्पेंद्र यादव यूपी के फतेहुपुर जिले से ताल्लुक रखते हैं। बचपन एक छोटे से गांव में बीता और शिक्षा-दीक्षा भी उसी परिवेश के साथ आगे बढ़ी। साल 2016 स...और देखें
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