Noida: अब मेट्रो में मिलेगा फूड, खुलने जा रहा है नोएडा में प्रदेश का पहला रेस्तरां, जानिए क्या होगा खास

Noida: नोएडा के सेक्टर-137 में यूपी का पहला मेट्रो कोच रेस्टोरेंट खुलने जा रहा है। रेस्टोरेंट एक्वा लाइन मेट्रो के एक कोच में बनेगा, जिसमें 50 लोग एक साथ बैठकर लजीज खाने का लुत्फ उठा सकेंगे। एनएमआरसी ने एक निजी कंपनी को इसका किराए पर लाइसेंस दिया है। मेट्रो प्रबंधन ने निजी कंपनी को तीन माह में कोच में कंपलीट सेटअप लगाने की बात कही है।

नोएडा में खुलेगा यूपी को पहला मेट्रो कोच रेस्टोरेंट (सांकेतिक तस्वीर)

मुख्य बातें
  • रेस्टोरेंट एक्वा लाइन मेट्रो के एक कोच में बनेगा
  • इसमें 50 लोगों के एक साथ बैठने का प्रबंध होगा
  • कस्टमर्स को फील होगा वे सफर के दौरान फूड एंजाॅय कर रहे हैं


Noida: नोएडा के लोगों को मेट्रो में सफर के दौरान लजीज व्यंजन खाने जैसा अनुभव होगा। जी हां, आपने सही समझा नोएडा के सेक्टर-137 में यूपी का पहला मेट्रो कोच रेस्टोरेंट खुलने जा रहा है। रेस्टोरेंट एक्वा लाइन मेट्रो के एक कोच में बनेगा, जिसमें 50 लोग एक साथ बैठकर लजीज खाने का लुत्फ उठा सकेंगे।

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इसके लिए बाकायदा एनएमआरसी ने एक निजी कंपनी को इसका किराए पर लाइसेंस दिया है। मेट्रो प्रबंधन ने निजी कंपनी को तीन माह में कोच में कंपलीट सेटअप लगाने की बात कही है। अब इसके लिए कंपनी द्वारा आर्किटेक्ट से अनुबंध कर कोच में बिना किसी बदलाव के रेस्टोरेंट बनवाएगी। हालांकि मेट्रो प्रबंधन ने कंपनी को कोच लाइसेंस पर दिया है जिसमे कई प्रकार की शर्ते लगाई है।

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ये होगा महसूस मेट्रो प्रबंधन की ओर से निजी कंपनी से किए गए एग्रीमेंट के मुताबिक, मेट्रो कोच में बैठने की व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं किया जा सकेगा। यहां आने वाले ग्राहक मेट्रो में बनी सीटों पर बैठकर खाने पीने का आंनद ले सकेंगे। इसके पीछे मेट्रो प्रबंधन का तर्क है कि, कस्टमर्स को ये फील हो कि, वे मेट्रो में सफर के दौरान लजीज खाने का जायका ले रहे हैं। वहीं प्रबंधन ने कंपनी को मेट्रो कोच के बाहर करीब 200 वर्गमीटर का एरिया एक्स्ट्रा दिया है। कंपनी को यहां मानचित्र लगाना होगा, जिससे ग्राहकों को यहां आने की जानकारी मिले। हालांकि नियमों में कुछ छूट भी दी गई है, जिसमें बाहर के एरिया में निजी कंपनी बैठने का प्रबंधन कर सकती है। निजी कंपनी से 9 वर्ष के लिए मेट्रो प्रबंधन ने अनुबंध किया है। जिसमें हर दो साल बाद निजी कंपनी को लाइसेंस रिन्यू करवाना होगा।

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