बिहार में दिखने लगा योगी मॉडल, खुले में मांस बेचने पर एक्शन; बंद करवाई जा रही दुकानें

बिहार में योगी मॉडल दिखने लगा है। खुले में मीट बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है और उनकी दुकानें बंद करवाई जा रही है। बेगूसराय जिले में खुले में चल रहे कई मीट दुकानें बंद करवाई गई। साथ ही अन्य दुकानदारों को निर्देश दिया गया कि खुले में मीट बेचना बंद करें, नहीं तो उनके खिलाफ भी एक्शन ली जाएगी।

मीट की दुकान।

यूपी सरकार के योगी मॉडल की तर्ज पर बिहार के बेगूसराय में खुले में संचालित मीट-मांस की दुकानों को बंद कराया जा रहा है। भाजपा सांसद गिरिराज सिंह की मांग के बाद नगर निगम प्रशासन की ओर से यह कार्रवाई की जा रही है। बेगूसराय नगर निगम प्रशासन ने स्पष्ट हिदायत दी है कि खुले में मीट और मुर्गा की दुकान नहीं लगाई जाएगी। अगर इसका पालन नहीं हुआ, तो कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस आदेश के बाद स्थानीय लोगों का कहना है कि हिंदू धर्मावलंबियों के धर्म की रक्षा को लेकर प्रशासन अब सजग हो रहा है।

कई दुकानों के खिलाफ कार्रवाई

बेगूसराय में जारी अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान एनएच-31 के किनारे खुले में संचालित मीट मांस की दुकानों को हटाया गया है। नगर निगम प्रशासन का कहना है कि खुले में मीट मांस की दुकान अब नहीं चलने दी जाएगी। इसके अलावा दुकान चलाने के लिए लाइसेंस लेना भी जरूरी है। प्रशासन ने सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के तहत ही मीट मांस की दुकान चलाने का निर्देश दिया है।

मेयर ने दिया आदेश

मेयर पिंकी देवी ने कहा कि खुले में मीट बेचना अवैध है और सरकारी गाइडलाइन के अनुसार ही मीट मांस की दुकान चलाने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार और न्यायालय दोनों का कहना है कि खुले में मीट नहीं बेचा जा सकता। खुले में मीट की दुकानें होने से आने-जाने वाले लोगों को दिक्कत होती है और स्वास्थ्य के लिए भी यह हानिकारक है। जो लोग बिना रजिस्ट्रेशन के मीट मांस का व्यापार कर रहे हैं, वो नगर निगम से रजिस्ट्रेशन कराएं।

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