इस दूध की सफेदी पर मत जाना; हड्डियां मजबूत नहीं, राम नाम सत्य करवा देगा
पटना के मनेर प्रखंड मुख्यालय के पास स्थित डेयरी में दूध से निर्मित पदार्थों में केमिकल की मिलावट पाई गई है। जिन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है। प्रथम दृष्टया में इसे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताया गया है।
पटना डेयरी में केमिकल युक्त दूग्ध उत्पाद (सांकेतिक फोटो)
Patna News: पटना की एक दूध डेयरी में लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। यहां मनेर प्रखंड मुख्यालय के पास स्थित डेयरी में केमिकल मिले हुए दूध प्रोडक्ट की बिक्री की जा रही थी। इस डेयरी से जिले के बड़े दुकानदार भी दूध प्रोडक्ट जैसे दही, पनीर, खोआ आदि की खरीरदारी करते हैं। डेयरी में एक दिन पहले छापेमारी के दौरान इस धंधे का खुलासा हुआ। छापेमारी में यहां से केमिकल युक्त दूध, 60 किमी से अधिक पनीर, घी, खोआ और दही मिला। जिसे नष्ट कर दिया गया है। लेकिन छापेमारी के कुछ घंटे बाद ही डेयरी संचालक ने केमिकल युक्त दूध के प्रोडेक्ट की बिक्री शुरू कर दी। यहां से मिले केमिकल युक्त प्रोडक्ट को प्रथम दृष्टया में स्वास्थ्य के लिए खतरनाक बताया गया है। डेयरी में मिले केमिकल को जांच के लिए भेजा गया है। जिसकी रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा कि यह केमिकल कितना खतरनाक है।
डेयरी संचालक ने मिलावट को किया कुबूल
गर्मी बढ़ने के साथ ही दूध में मिलावट की आशंका को देखते हुए डेयरी में जांच की जा रही है। इसके तहत शनिवार को खाद्य संरक्षा पदाधिकारी ने मनेर में स्थित डेयरी की छापेमारी की। जिसमें केमिकल मिला हुआ डेयरी प्रोडक्ट बरामद हुआ है। डेयरी के संचालक और दूध लाने वालों ने स्वीकार किया है कि वे दूध में फार्मालिन या हाइड्रोजन परआक्साइड जैसे केमिकल की मिलावट करते हैं। इनसे भीषण गर्मी में भी दूध खराब नहीं होता है। खाद्य संरक्षा पदाधिकारी अजय कुमार ने बताया है कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है, लेकिन प्रयोगशाला से आई जांच की रिपोर्ट के आधार पर एडीएम या एडीजे-2 के कोर्ट में केस किया जाएगा और दोषियों को सजा दिलाई जाएगी।
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इन केमिकलों के नुकसान
फार्मालिन या हाइड्रोजन परआक्साइड को लेकर पीएमसीएच के गैस्ट्रोइंट्रोलाजी के पूर्व विभागाध्यक्ष डा. विजय प्रकाश, वर्तमान विभागाध्यक्ष डा. शिशिर कुमार और आइजीआइएमएस के डा. संजीव कुमार झा ने बताया है कि इस केमिकल का लेप पार्थिव शरीर को सड़ने से बचाने के लिए लगाया जाता है। इसे दूध में मिलाने से उसके खराब होने की संभावना कम हो जाती है, लेकिन इससे त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। वहीं हाइड्रोजन परआक्साइड का इस्तेमाल कपड़ों से दाग-धब्बे छुटाकर उन्हें साफ बनाने के लिए होता है। इसे दूध में मिलाने से वह जल्दी खराब नहीं होता है। लेकिन इससे लिवर संबंधी समस्याएं होती है।
कई फेक्ट्रियों में हो रही मिलावट
मनेर नगर परिषद में स्थित यह डेयरी दूध से बने पदार्थों में मिलावट करने वाली यह इकलौती डेयरी नहीं है, बल्कि यहां कई ऐसी फैक्ट्रियां है जो बड़े पैमाने पर केमिकल युक्त दूध, दही, पनीर आदि बना रही हैं। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद सख्त कानून नहीं होने के कारण इसपर लगाम नहीं लग पा रही हैं। प्रदेश में अब तक किसी धंधेबाज को सजा नहीं हुई हैं।
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