बिहार में भ्रष्टाचार का एक और उदाहरण, किशनगंज में मेची नदी पर बना पुल धंसा

बिहार में कटिहार और किशनगंज जिलों को जोड़ने वाली मेची नदी पर एक निर्माणाधीन पुल का खंभा NH-327E धंस गया। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि कंस्ट्रक्टर और इंजीनियर की गलती है। उसने अपना काम ठीक नहीं किया।

बिहार के किशनगंज में नवनिर्मित पुल धंस गया (तस्वीर-ANI)

अगुवानी-सुल्तानगंज पुल के बाद बिहार में कटिहार और किशनगंज जिलों को जोड़ने वाली मेची नदी पर एक निर्माणाधीन पुल का खंभा NH-327E पर गोरी गांव के पास धंस गया। एक स्थानीय व्यक्ति का कहना है कि यह कंस्ट्रक्टर और इंजीनियर की गलती है, उन्होंने अपना काम ठीक से नहीं किया है। उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। एक स्थानीय ने कहा कि अभी तो बारिश शुरू भी नहीं हुई। इस नदी में बाढ़ भी आती है लेकिन अभी तो बाढ़ भी नहीं आई थी और यह धंस गया। इस पुल में कहीं गुणवत्ता नहीं दिखती सिर्फ भ्रष्टाचार दिखता है।

NHAI ने बताया इस वजह से धंसा पूल

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार ने कहा कि राजधानी पटना से करीब 400 किलोमीटर दूर हुई इस घटना के तहत मेची नदी पर बन रहे पुल का एक पिलर ध्वस्त हो गया। अधिकरियों ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग-327E पर निर्मित किया जा रहा यह पुल किशनगंज और कटिहार को जोड़ेगा। अधिकारी ने दावा कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है और कारण का पता लगाने के लिए विशेषज्ञों की पांच सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। अधिकारी ने कहा कि प्रथम दृष्टया यह पिलर प्रक्रिया के दौरान मानवीय गलतियों का मामला प्रतीत होता है।
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