'गोस्वामी तुलसी दास सारस्वत सम्मान- 2023' से सम्मानित होंगे प्रसिद्ध व्याकरणाचार्य एवं भाषा-विज्ञानी कमलेश कमल

कमलेश कमल का जन्म बिहार राज्य के पूर्णियां जिले में हुआ। 2007 में UPSC की परीक्षा पास कर वर्तमान में कमलेश कमल झांसी में ITBP में डिप्टी कमांडेंट हैं। अब तक उन्होंने 2000 से अधिक आलेख, कविताएं, कहानियां, सम्पादकीय, आवरण-कथा, समीक्षा आदि प्रकाशित हो चुकी हैं।

'गोस्वामी तुलसी दास सारस्वत सम्मान- 2023' से सम्मानित होंगे कमलेश कमल

इस वर्ष हिन्दी साहित्य एवं सेवा के क्षेत्र का राष्ट्रीय स्तरीय सम्मान 'गोस्वामी तुलसी दास सारस्वत सम्मान-2023' हिन्दी के सुप्रसिद्ध विद्वान्, व्याकरणाचार्य एवं भाषा-विज्ञानी कमलेश कमल को प्रदान किया जाएगा। सिंहभूम जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन (तुलसी भवन) द्वारा तुलसी जयंती समापन समारोह के अवसर पर दिए जाने वाले इस सम्मान के अंतर्गत स्मृति-चिह्न, श्रीफल, अंगवस्त्र, पुष्पगुच्छ एवं ₹51,000 की नगद राशि दी जाएगी।

बिहार के पूर्णियां जिले में जन्म

कमलेश कमल का जन्म बिहार राज्य के पूर्णियां जिले में हुआ। 2007 में UPSC की परीक्षा पास कर वर्तमान में कमलेश कमल झांसी में ITBP में डिप्टी कमांडेंट हैं। अब तक उन्होंने 2000 से अधिक आलेख, कविताएं, कहानियां, सम्पादकीय, आवरण-कथा, समीक्षा आदि प्रकाशित हो चुकी हैं। हिन्दी के विभिन्न शब्दकोशों के निर्माण में उनकी महती भूमिका रही है। उनके बेस्टसेलर पुस्तक "भाषा-संशय-शोधन " को गृह-मंत्रालय ने अपने सभी अधीनस्थ एवं संबद्ध कार्यालयों को अधिकाधिक उपयोग करने हेतु निर्देशित किया है। उका फेसबुक पेज 'कमल की कलम' प्रतिमाह 6-7 लाख पाठकों द्वारा पढ़ा जाता है।
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