दिवाली के बाद अब छठ पर रेलवे स्टेशनों में भारी भीड़, मगर प्राइवेट बसों की हुई चांदी
बिहार से बाहर अन्य राज्यों में रहने वाले लोग छठ पर्व के चलते घर वापसी कर रहे हैं। ऐसे में रेलवे स्टेशनों पर लोगों की भारी भीड़ लगी हुई है। कई विशेष ट्रेनों के चलने के बावजुदी भी कंफर्म टिकट न मिलने के कारण यात्री बसों से आने को मजबूर है। इससे बस मालिकों की चांदी हो गई है।
छठ पर्व पर ट्रेनों में भारी भीड़, बसों में यात्रा कर घर पहुंच रहे बिहारवासी
Bihar News: दिवाली के छह दिन के बाद छठ पर्व आता है। चार दिन के इस पर्व को बिहार, झारखंड और यूपी के कुछ हिस्सों में सबसे अधिक मनाया जाता है। लोकआस्था के इस पर्व को मनाने के लिए बिहार से बाहर अन्य राज्यों में नौकरी और पढ़ाई के लिए रहने वाले लोग अपने घरों की तरफ वापसी कर रहे हैं। ऐसे में ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों पर लोगों की भारी भीड़ लगी हुई है। स्लीपर क्लास और थर्ड एसी की हालत एक जैसी बनी हई है। स्टेशनों पर बढ़ती हुई भीड़ को देखते हुए कई शहरों से छठ स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है।
ढ़ेरों स्पेशल ट्रेनों के बावजुद भी यात्रियों की भीड़ है की कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। न ट्रेन में कंफर्म टिकट है न ही रेलवे स्टेशन पर पैर रखने की जगह। ऐसी स्थिति में लोग निजी बसों से घर वापसी कर रहे हैं। इससे निजी बसों की चांदी-चांदी हो रही है।
छठ महापर्व के मौके पर घर जाने का सुकून
पटना सहित बिहार के सभी रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भारी भीड़ देखी जा रही है। यहां पहुंचने वाले लोगों के चेहरे पर सुकून है कि महापर्व के मौके पर वे अपने प्रदेश आ गए हैं। हालांकि इन लोगों को आने में कई परेशानी का सामना करना पड़ा है। दिल्ली, मुंबई, गुजरात आदि स्थानों से आने वाली ट्रेनें फुल हैं। यात्रियों से भरी इन ट्रेनों में यात्रा कर आए लोगों का कहना है कि बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। भीड़ के कारण बोगी में घुसने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। कई यात्री तो ऐसे हैं जो अपना सफर छोड़कर बीच में ही उतर जा रहे हैं।
महापर्व के अवसर पर चलाई गई 7,296 विशेष ट्रेनें
रेलवे का दावा है कि त्योहारों के अवसर पर भारतीय रेलवे द्वारा 7,296 विशेष गाड़ियां चलाई जा रही हैं, जबकि पिछले साल 4,500 विशेष गाड़ियां चलाई गई थीं। 31 अक्टूबर को रेलवे ने 150 से अधिक विशेष गाड़ियां चलाईं, जबकि एक नवंबर को 158 विशेष गाड़ियां चलाई गई। पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चंद्र ने बताया कि पूजा के अवसर पर पिछले वर्ष 2023 में पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार से खुलने एवं गुजरने वाली ट्रेनों द्वारा 2121 फेरे लगाए गये थे, जबकि इस वर्ष एक नवंबर तक ट्रेनों द्वारा 5088 फेरे लगाए गए। आवश्यकतानुसार फेरों में वृद्धि की जा रही है। शनिवार को भी कई विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं।
ट्रेनों में सीट न मिलने पर बसों से घर पहुंचे यात्री
ट्रेनों में सीट नहीं मिलने और परेशानी होने के कारण यात्री सड़क मार्ग से भी अपने गांव पहुंच रहे हैं। यात्रियों की मजबूरी का निजी बस ऑपरेटर फायदा उठा रहे हैं। यात्रियों को बसों में ठूंसकर लाया जा रहा है। दिल्ली से मुजफ्फरपुर समेत उत्तर बिहार के लिए कई बसें चलाई जा रही है। बसों द्वारा यात्रियों से मनमाना किराया वसूला जा रहा है। अपने घर लौटना चाह रहे यात्री सीट के बदले बेंच पर बैठकर भी सफर कर रहे हैं। एक यात्री ने बताया कि दिल्ली से मुजफ्फरपुर आने के लिए उससे 4000 रुपये किराया वसूला गया। उन्होंने कहा कि ट्रेन में सीट न मिलने के कारण लोग बस से आने को मजबूर हैं। बताया जा रहा है दिल्ली से आने वाली अधिकांश बसों के पास परमिट भी नहीं है।
(इनपुट-आईएएनएस)
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वर्षा कुशवाहा टाइम्स नाऊ नवभारत में बतौर कॉपी एडिटर काम कर रही हैं। नवबंर 2023 से Timesnowhindi.c...और देखें
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