Patna: पारा अभी 40 पार नहीं, फिर भी अस्पतालों में आ रहे 50 फीसद बच्चे डायरिया-बुखार से परेशान

पटना के अस्पतालों की ओपीडी में पहुंचने वाले 50 प्रतिशत से अधिक बच्चे दस्त और पेट के कई तरह की समस्याओं के साथ तेज बुखार से पीड़ित हैं। तापमान बढ़ने के साथ लोगों में पेट संबंधी रोगों और बुखार ने शिकंजा कस लिया है। बच्चों के साथ बड़ों को भी दस्त, पेट में दर्द और उल्टी की परेशानियां आ रही हैं। ऐसें में आइए जानें डॉक्टर्स का क्या कहना है-

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पटना में डायरिया-बुखार से परेशान 50 फीसद बच्चे

Patna: पटना राजधानी का तापमान भले ही अभी 40 के पार नहीं पहुंचा हो, लेकिन गर्मी से होने वाली परेशानियां जैसे कि डायरिया और तेज बुखार के मामले बढ़े गए हैं। अस्पतालों की ओपीडी में पहुंचने वाले 50 प्रतिशत से अधिक बच्चे दस्त और पेट की कई तरह की समस्याओं के साथ तेज बुखार से पीड़ित हैं। डाक्टरों के अनुसार अधिकतर बच्चे गैस्ट्रोइंट्रोटाइटिस, डायरिया, उल्टी, दस्त, पेट दर्द और तेज बुखार जैसी समस्याएं लेकर आ रहे हैं। यही नहीं, इस बार बुखार पांच के बजाय सात दिन में उत्तर रहा है और पेट दर्द और दस्त ठीक करने के लिए भी अधिक दिन दवा देनी पड़ रही है।

पौष्टिक आहार और स्वस्छता जरूरी

आइजीआइसी के शिशु रोग विशेषज्ञ डा. बीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि दोपहर में अब काफी गर्मी पड़ने लगी है। ऐसे में बच्चों का काफी देर बिना पानी पिए रहना ठीक नहीं है। साथ ही बाहर का मसालेदार या बासी खाना खाने या गंदा पानी पीने के वजह से इन बिमारियों की चपेट में आसानी से आ रहे हैं। गैस्ट्रोइंट्रोटाइटिस से बचाव का आसान उपाय है कि शुद्ध और ताजा तरल पदार्थ का ज्यादा मात्रा में सेवन करें। घर का ताजा-गर्म और आसानी से पचने वाला भोजन करें। गमों से आने के बाद सीधे फ्रिज का ठंडा पानी, आइसक्रीम और बर्फ का गोला तो बिल्कुल नहीं खाएं। इसके अलावा एक साथ बहुत अधिक खाना खाने के बजाय कुछ-कुछ अंतराल के बाद समय पर ओड़ा-थोड़ा भोजन लें।

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इन बिमारियों से परेशान बच्चे और बड़े

तापमान बढ़ने के साथ लोगों में पेट संबंधी रोगों और बुखार ने कसा शिकंजा कस लिया है। बच्चों के साथ बड़ों को भी दस्त, पेट में दर्द और उल्टी की परेशानी आ रही है। ऐसे में इन जरूर बातों का ध्यान रखना और थोड़ी सावधानी बरतना स्वास्थ्य के लिए आरामदायक हो सकता है।

  • साफ पानी पिएं। गंदे पानी पीना नुकसानदेह है।
  • खुले में बिक रही छाछ, लस्सी, शिकंजी आदि के सेवन से बचें। इसका पानी संक्रमित हो सकता है।
  • खुले में बिक रही छाछ, लस्सी, शिकंजी आदि के सेवन से बचें। इसका पानी संक्रमित हो सकता है।
  • टंकी का पानी पीते हैं तो उसे साफ कराएं या ताजा पानी पिएं।
  • स्ट्रीट फूड या बाहर का भोजन न करें।
  • फास्टफूड, तला-भुना या चाइनीज भोजन नहीं खाएं।
  • नींबू शर्वत, नारियल पानी, घर में बनाई छाछ लस्सी आदि का खूब सेवन करें।
  • छोटे बच्चों को मुंह में लेने वाली चीजों से बचाएं या उन्हें ठीक से साफ करने के बाद ही खेलने के लिए दें।
डॉक्टरों ने कही ये बाद

न्यू गार्डिनर रोड के निर्देशक डा. मनोज कुमार ने बताया कि बहुत से मरीज गैस्ट्रोइंट्रोटाइटिस की समस्या से जूझ रहे हैं। इनमें से बहुत से बाहर कुछ खाने-पीने तक से इंकार कर रहे हैं। फिर भी पेट में अचानक तेज दर्द, खाना नहीं पचना, भूख न लगना, उल्टी और दस्त की शिकायत हो रही है।

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