Patna Transport Hub: गायघाट बनेगा ट्रांसपोर्ट का हब, जहाजों से यहीं उतरेगा सामान

Patna Gaighat Transport Hub: गंगा में अब जहाजों का परिचालन बढ़ने लगा है। जल मार्ग से सामानों की ढुलाई सस्ती होने की वजह से व्यापारी अपने सामान मंगवा रहे हैं। अब पटना स्थिति गायघाट को सामान ढोने वाले जहाजों का हब बनाया जाएगा। पिछले साल से जहाज के माध्यम से सामानों की ढुलाई फिर से शुरू की गई है। यह अब तक कायमाब भी साबित हुआ है। ऐसे में इस परिवहन के विस्तार पर जोर दिया जा रहा है।

गायघाट पर सैकड़ों टन अनाज लेकर आया जहाज। फाइल फोटो

मुख्य बातें
  • वाराणसी से 10 कंटेनर सामान लेकर रविंद्र नाथ टैगोर जहाज शुक्रवार की रात पहुंचेगा गायघाट
  • जहाज पर पटना, बख्तियारपुर, मुजफ्फरपुर के व्यापारियों का है सामान
  • राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या एक से चलकर बुधवार को गाजीपुर पहुंचा था जहाज

Patna News: वाराणसी से सामानों से भरा 10 कंटेनर लेकर रविंद्र नाथ टैगोर जहाज शुक्रवार की रात पटना स्थित गायघाट बंदरगाह पर पहुंच जाएगा। इस जहाज पर पटना, बख्तियारपुर, मुजफ्फरपुर के व्यापारियों का पशुओं का प्रोटीनयुक्त चारा, बोतलबंद पानी, मकई से बनी खाद्य सामग्री लदी है। यह जहाज बुधवार को राष्ट्रीय जल मार्ग संख्या एक के रास्ते गाजीपुर पहुंचा था। भारतीय अंतरदेशीय जल मार्ग प्राधिकरण पटना के निदेशक एलके रजक का कहना है कि गंगा विलास जैसे क्रूज की तरह रविंद्र नाथ टैगोर जैसे मालवाहक जहाज बिना किसी परेशानी के गंगा नदी में परिचालित हो रहे हैं।

गंगा नदी में इन जहाजों के परिचालन के पर्याप्त पानी है। सड़क एवं रेल मार्ग से जल मार्ग से माल ढुलाई सस्ता होने की वजह से व्यापारियों का झुकाव इस ओर काफी अधिक बढ़ा है। स्प्रिंग प्रोफेशनल सर्विसेज के प्रबंध निदेशक कैप्टन इंद्र वीर सोलंकी का कहना है कि रविंद्र नाथ टैगोर जहाज शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया का है। उनके साथ आर रोड कंपनी इस जहाज से व्यापारियों के सामान की ढुलाई कर रही है।

17 जनवरी को सामान लादकर चला था जहाजवाराणसी से सामान लादकर यह जहाज 17 जनवरी को रवाना हुआ था। 20 जनवरी को जहाज पटना पहुंचने वाला है। कैप्टन सोलंकी के मुताबिक गायघाट स्थित आईडब्ल्यूएआई का बंदरगाह व्यापार के लिए संग्रह एवं डिस्ट्रीब्यूशन का हब बन जाएगा। यहां सामान सुरक्षित रखने के लिए वेयर हाउस समेत अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। बताया कि जल मार्ग से सामान की ढुलाई सुरक्षित एवं सुगम भी है। केंद्र सरकार की ओर से विस्तारित राष्ट्रीय जल मार्ग संख्या एक और दो व्यापार एवं व्यापारियों के लिए लाभदायक है। अब इस जल मार्ग पर जहाजों का आवागमन भी बढ़ेगा।

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