Patna Metro: अगले साल तक पटनावासी कर सकेंगे मेट्रो में सफर, इतना काम हुआ पूरा

पटना मेट्रो का काम कई फेज में हो रहा है। इसके फर्स्ट फेज का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। सभी चरणों के लिए योजनाबद्ध तरीके से हो रहा है। पटना में मेट्रो सेवा शुरू होने से लोगों को घंटो लगने वाले जाम से भी राहत मिलेगी।

तेजी से हो रहा पटना मेट्रो का काम, Photo Credit: Meta AI

मुख्य बातें
  • तेजी से हो रहा पटना मेट्रो के फर्स्ट फेज का काम
  • मई 2025 तक प्रायोरिटी कॉरिडोर पूरा करने का लक्ष्य
  • अभी तय नहीं किया गया किराया

Patna Metro: पटना में मेट्रो का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। मेट्रो सेवा शुरू होने से लोगों को आने-जाने में सुविधा होगी। साथ ही शहर में रोज घंटो लगने वाले जाम से भी जनता को निजात मिलेगी। मेट्रो के सभी चरणों के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य चल रहा है। भाजपा विधायक और नगर विकास मंत्री नितिन नवीन ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में इसकी पूरी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मेट्रो के फर्स्ट फेज का काम तेजी से चल रहा है।मलाही पकरी से बस स्टैंड तक इसकी कनेक्टिविटी होगी।

प्रोजेक्ट के अलग-अगल फेज

इस प्रोजेक्ट के कई अलग-अगल फेज हैं। पीसी-01 और पीसी-02 को हम लोग पहले चरण में पूरा करना चाहते हैं। उसके बाद पीसी-03, पीसी-04 समेत अलग-अलग स्टेज पर काम होगा। पटना मेट्रो के विस्तारीकरण के लिए 20 प्रतिशत स्टेट शेयर, 20 प्रतिशत सेंट्रल शेयर के साथ 60 प्रतिशत लोन से फंडिंग हो रही है। इसके माध्यम से मेट्रो के काम में तेजी आएगी। उन्होंने बताया कि जिका से अनुमति के बाद लोन के लिए निविदा की प्रक्रिया चल रही है। हमारा प्रयास है कि मेट्रो के बाकी बचे जो फेज हैं उसका भी काम जल्द पूरा किया जाएगा। पटना के अलावा मेट्रो के विस्तारीकरण की योजना अगल-बगल के शहरों के लिए भी बनाई जा रही है। इसके लिए डीपीआर तैयार किया जा रहा है, जिसके पूरा होते ही इसे केंद्र को भेजा जाएगा। इसमें भागलपुर, गया, मुजफ्फरपुर और दरभंगा, ये चार बड़े शहर शामिल हैं।

प्रायोरिटी कॉरिडोर पूरा करने का लक्ष्य

नितिन नवीन ने आगे कहा, हम चाहते हैं कि मेट्रो का पूरा नेटवर्किंग बने ताकि लोगों को यात्रा करने में आसानी हो। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना मेट्रो के प्रायोरिटी कॉरिडोर को मई 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है। तकनीकी चीजों का समाधान कर इसे हम तय समय तक पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार, पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन अपने स्वचालित किराया संग्रह सिस्टम के लिए नई तकनीकों का इस्तेमाल करने की योजना बना रहा है। जिसके तहत क्यूआर कोड और नियर फील्ड कम्युनिकेशन फोन को सिस्टम का उपयोग करने की अनुमति मिल सकेगी। वाणिज्यिक कार्य शुरू होने के बाद मेट्रो का किराया तय किया जाएगा।

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