Kartik Purnima: पटना में कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान की तैयारी, गंगा में की गई बैरिकेडिंग

बिहार की राजधानी पटना में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं के स्नान को लेकर तैयारी की गई है। प्रशासन ने गंगा किनारे बैरिकेडिंग की गई है। कांर्तिक पूर्णिमा पर हजारों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।

फाइल फोटो।

Patna News: कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा और दूसरी नदियों में स्नान के लिए आने वाले लोगों को देखते हुए जिलाधिकारी डा चंद्रशेखर सिंह ने आपदा प्रबंधन के मानकों के अनुरूप व्यवस्था करने निर्देश दिया है। इसके लिए सभी अंचलाधिकारियों को पत्र लिखा गया है। जिसमें कहा गया है कि 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा है। अकसर ऐसा देखा जाता है कि एक-दो दिन पहले से ही लोग स्नान के लिए गंगा और अन्य नदियों के घाटों पर आने लगते हैं, इससे काफी भीड़ हो जाती है। ऐसे में दुर्घटना, आपदा से बचाव और रोकथाम के साथ ही किसी भी विषम स्थिति से निपटने के लिए सभी एसडीओ, एसडीपीओ और अंचल अधिकारियों को सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है।

गंगा घाटों पर तैनात रहेंगे गोताखोर और नाविक

सभी सीओ को 14 से 15 नवंबर को स्नान की खत्म होने तक नदियों पूर्व तालाबों के घाटों पर नाव, नाविक और गोताखोरों को तैनात रखने और लगातार निगरानी बनाए रखने का निर्देश दिया गया है। नागरिक सुरक्षा के उपनियंत्रक को सिविल बोलेंटियरों की प्रतिनियुक्ति करनी है। इस दोरान गंगा सहित अन्य नदियों में निजी नाय का परिचालन प्रतिबंधित किया गया है। दीघा घाट से गायघाट तक एनडीआरएफ को तीन मोटरबोट, डीप गोताखोरों एवं अन्य आवश्यक संसाधनों के साथ प्रतिनियुक्त करने का अनुरोध बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग से किया गया है।

जिलाधिकारी ने काम का लिया जायजा

इस दौरान एडीएम विधि-व्यवस्था को विशेष सतर्कता के लिए दंडाधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों को तैनात करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही सभी घाटों पर पीने योग्य पानी, अस्थायी शौचालय, फायर ब्रिगेड की गाड़ी की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी भी संबंधित अधिकारियों को दी गई है। आइजीआइएमएस, पीए‌मसीएच, एनए‌मसीएच और गुरु गोविंद सिंह अस्पताल में बेहतर व्यवस्था के साथ सतर्क रहने का अनुरोध किया गया है।

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