बिहार में शराबबंदी का खोखलापन, पुलिसकर्मी ही बने शराब के सौदागर; हैरान कर देगा मामला

बिहार के वैशाली जिले में छापेमारी के दौरान जब्त की गई शराब का सेवन करने और उसे बेचने के आरोप में सोमवार को सात पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि जिले के महुआ और पातेपुर इलाकों में तलाशी के दौरान एक महिला कांस्टेबल समेत शराब विरोधी कार्य बल (एएलटीएफ) के अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने उनके परिसर से 32 लीटर शराब भी बरामद की।

सांकेतिक फोटो।

Bihar News: बिहार में शराबबंदी कानून की धज्जियां उड़ाते हुए एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। वैशाली जिले में शराब विरोधी कार्य बल (एएलटीएफ) के सात पुलिसकर्मियों को शराब जब्त करने के बाद उसे खुद पीने और बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इस घटना ने बिहार में शराबबंदी के दावों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

छापेमारी में 32 लीटर शराब बरामद

जानकारी के अनुसार, पुलिस ने महुआ और पातेपुर इलाकों में छापेमारी के दौरान इन पुलिसकर्मियों के पास से 32 लीटर शराब बरामद की। गिरफ्तार किए गए पुलिसकर्मियों में एक महिला कांस्टेबल भी शामिल है। ये सभी पुलिसकर्मी शराब विरोधी अभियान में तैनात थे, लेकिन खुद ही शराब का सेवन कर रहे थे और इसे बेच रहे थे।

शराबबंदी कानून पर सवाल

यह घटना बिहार में शराबबंदी कानून के प्रभावी कार्यान्वयन पर गंभीर सवाल उठाती है। बता दें कि नीतीश कुमार की सरकार ने 2016 में बिहार में शराब की बिक्री और खपत पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था। सरकार का दावा था कि यह कदम राज्य के लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए उठाया गया है। हालांकि, इस तरह की घटनाएं इस दावे को झूठा साबित करती हैं।

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