Patna में मां की बीमारी से परेशान बेटे ने की आत्महत्या, गुरुद्वारे में फंदे से लटका मिला शव

Patna Crime News: राजधानी स्थित एक गुरुद्वारे में 22 साल के युवक ने आत्महत्या कर ली है। गुरुद्वारा परिसर स्थित एक कमरे में युवक फंदे से झूलता मिला है। गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी से पुलिस को कॉल करके सूचना दी गई। इसके बाद पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए पटना मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल भेज दिया है। लोगों का कहना है कि, युवक कुछ समय से डिप्रेशन में था।

गुरुद्वारा परिसर में युवक ने की आत्महत्या (प्रतीकात्मक तस्वीर)

मुख्य बातें
  • पटना सिटी के तख्त श्री हरमंदिर जी साहिब गुरुद्वारा की घटना
  • गुरुद्वारा परिसर स्थित मिरी-पीढ़ी निवास के कमरा नंबर 61 में मिला शव
  • मृतक की पहचान 22 वर्षीय निर्मल सिंह के रूप में हुई

Patna Police: पटना सिटी स्थित तख्त श्री हरमंदिर जी साहिब गुरुद्वारे में बुधवार की सुबह एक युवक का शव फंदे से झूलता मिला। युवक गुरुद्वारे में सेवादार था। उसकी पहचान शोभा कौर के 22 साल के बेटे निर्मल सिंह उर्फ छोटू के रूप में की गई है। निर्मल सिंह ने गुरुद्वारा परिसर में बने मिरी-पीढ़ी निवास क्षेत्र अंतर्गत रूम नंबर 61 में फांसी लगा ली।

गुरुद्वारा के किसी सदस्य की नजर गई, जिसके बाद हड़कंप मच गया। गुरुद्वारा कमेटी के सदस्य युवक को लेकर अस्पताल गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद फोन करके पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए पटना मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल (पीएमसीएच) भेजा है।

मां के इलाज को लेकर रहता था परेशानलोगों का कहना है कि, निर्मल सिंह इन दिनों गहरे अवसाद में था। उसकी मां शोभा कौर काफी समय से बीमार चल रही है। उनके इलाज को लेकर वह परेशान रहा करता था। ऐसी आशंका है कि, डिप्रेशन में रहने की वजह से उसने आत्महत्या कर ली। इस संबंध में चौक थाना प्रभारी गौरी शंकर का कहना है कि, चौका थाना क्षेत्र अंतर्गत हरमंदिर गली स्थित पटना साहिब गुरुद्वारा परिसर में युवक ने फंदे से झूलकर जान दे दी है। फिलहाल इस पूरे मामले की जांच चल रही है। मृतक के परिवार वालों एवं पड़ोसियों से भी पूछताछ चल रही है।

घर की जिम्मेदारी उठा रहा था युवकलोगों का कहना है कि, युवक अपने परिवार का पूरा खर्च उठा रहा था। वह गुरुद्वारे में सेवादार होने के अलावा अन्य काम करके अपनी मां के इलाज का पूरा खर्च उठा रहा था। अब उसकी मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उनके भरण-पोषण की समस्या गहरा गई है। वहीं, गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी का कहना है कि, पीड़ित परिवार को कमेटी की ओर से सहयोगी राशि दी जाएगी। इसके अतिरिक्त जितना संभव होगा सब लोग मिलकर मदद करेंगे। कुछ स्वयंसेवी संस्थाओं की भी मदद ली जाएगी, ताकि वह इस परिवार की मदद करें। इसके अतिरिक्त परिवार का अन्य सदस्य गुरुद्वारे में कुछ काम करके अपना भरण-पोषण कर सकता है। वहीं, युवक की मां का रो-रोकर बुरा हाल है। युवक के इस आत्मघाती कदम से उसके परिचित चकित हैं। सबका कहना है कि, उसकी बातचीत से कभी नहीं लगा कि, वह ऐसा कदम उठा सकता है या ऐसा करने की सोच रहा है।

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