Mahakumbh 2025: गंगा घाट पर पांटून पुल की संख्या बढ़कर हुई 30, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए उठाया कदम

Mahakumbh 2025: महाकुंभ में 40 से 50 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया गया है। इसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने गंगा नदी पर बने पांटून पुल की संख्या बढ़ाकर 30 कर दी है। लोगों को अधिक से अधिक सहूलियत देने के लिए यह कदम उठाया गया है।

गंगा घाट पर पांटून पुल की संख्या बढ़कर हुई 30

Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का आयोजन होने वाला है। महाकुंभ मेले में अब गिने-चुने दिन बाकी रह गए हैं। यूपी सरकार मेला का भव्य आयोजन करने की तैयारी में जुटी हुई है। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर लिए गए हैं। यहां चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी से नजर रखी जा रही है। मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सहूलियत और आवागमन को ध्यान में रखते हुए पीपा पुलों की संख्या को बढ़ाने का फैसला लिया गया है। 2019 के कुंभ में जहां 22 पीपा पुल थे। वहीं इस बार इन पुलों की संख्या को बढ़ाकर 30 कर दिया गया है। इस साल 8 नए पीपा पुल बनाए गए हैं।

पांटून पुलों की संख्या बढ़ी

गंगा नदी पर बनाए जा रहे इन 30 पांटून पुलों के निर्माण प्रक्रिया अब तक की सबसे बड़ी संख्या में की जा रही है। इन पुलों को विशेष रूप से भारी भार सहन करने के लिए डिजाइन किया गया है, ताकि श्रद्धालुओं को कोई कठिनाई न हो। इन पुलों का निर्माण श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए किया गया है और यह महाकुंभ के दौरान सुगम आवागमन सुनिश्चित करेंगे।

इन पुलों की सुरक्षा और मजबूती को सुनिश्चित करने के लिए इन्हें कठोर परीक्षण से भी गुजरना पड़ा है। ये पुल स्थानीय लोगों, साधु संतों, प्रशासनिक अधिकारियों और श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होंगे। महाकुंभ में 40 से 50 करोड़ लोगों के आने की संभावना है। ऐसे में इन पुलों की उपलब्धता से आवागमन में सहूलियत मिलेगी। इससे जाम की समस्या में कमी आएगी और व्यापारियों को भी अपनी गतिविधियों में आसानी होगी।

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