Prayagraj: जामिया हबीबिया मदरसे में छापे जा रहे थे जाली नोट, RSS को बताते थे आतंकवादी संगठन, PDA ने कर दिया सील

प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिदे आजम को सील कर दिया है। मदरसे में जाली नोट छापे जाने का खुलासा हुआ है।

मदरसा जामिया हबीबिया सील

प्रयागराज: अतरसुइया स्थित एक मदरसे में जाली नोट छापे जाने का खुलासा होने और आरएसएस की तुलना आतंकवादी संगठन से करने वाली एक पुस्तक मिलने के बाद प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने मदरसे को बुधवार को सील कर दिया। प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) के एक अधिकारी ने बताया कि बुधवार को अतरसुइया स्थित मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिदे आजम को सील कर दिया गया, क्योंकि यह अनधिकृत था। पुलिस को 28 अगस्त को दबिश के दौरान इस मदरसे से महाराष्ट्र के पूर्व आईजी एसएम मुशरिफ की किताब “आरएसएस देश का सबसे बड़ा आतंकवादी संगठन” बरामद हुई थी जो उर्दू में लिखी थी।

आरएसएस देश का सबसे बड़ा आतंकवादी संगठन बताया

प्रयागराज पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, पुलिस की दबिश में नकली नोटों के अलावा एक किताब भी मिली थी जिसका उर्दू से हिंदी में अनुवाद कराने पर पता चला कि वह एसएम मुशरिफ द्वारा “आरएसएस देश का सबसे बड़ा आतंकवादी संगठन” शीर्षक से लिखी किताब है। पुलिस का मानना है कि मदरसे का मौलवी मोहम्मद तफसीरुल आरिफीन इस किताब के जरिए आरएसएस के खिलाफ “बच्चों के मन में जहर भरने” का काम करता था। इसी मामले में एलआईयू और एटीएस की टीम ने मंगलवार को मदरसे के कर्मचारियों से पूछताछ की थी।

मदरसे के कर्मचारियों और छात्रों से पूछताछ

स्थानीय अभिसूचना इकाई (एलआईयू) के एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को एटीएस और एलआईयू की टीमों ने मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिदे आजम जाकर मदरसे के कर्मचारियों और छात्रों से पूछताछ की। हालांकि इस पूछताछ में कोई महत्वपूर्ण तथ्य निकलकर सामने नहीं आया। उन्होंने कहा कि नकली नोट छापने के मामले में गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ के लिए पुलिस जल्द ही उन्हें रिमांड पर लेने के लिए अदालत में अर्जी दाखिल करेगी। मदरसे के कर्मचारियों और छात्रों ने नकली नोट छापे जाने की जानकारी होने से इनकार किया। गत 28 अगस्त को प्रयागराज पुलिस ने जाली नोट बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया था।

End Of Feed