Prayagraj: ये है प्रयागराज का नटवर लाल, रेलवे का ठेका दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगे

Prayagraj News: आरोपी ने उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) के निदेशक के फेक साइन बना 6 से अधिक लोगों को रेलवे में ठेका दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी कर ली। पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने पूछताछ में बताया कि, उसने शहर के एक प्रसिद्ध चिकित्सक सहित छह से अधिक लोगों को ठगी का शिकार बनाया है। जिसमें एक कारोबारी से करीब दो करोड़ की ठगी कर ली।

प्रयागराज में रेलवे में ठेका दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी (प्रतीकात्मक तस्वीर)

मुख्य बातें
  • आरोपी ने उत्तर - मध्य रेलवे के निदेशक की फेक मोहर बनाकर की ठगी
  • 6 से अधिक लोगों को ठगी का शिकार बनाकर की 2 करोड़ की ठगी
  • पुलिस ने आरोपी को दबोचा तो हुए कई खुलासे

Prayagraj Cyber Fraud: प्रयागराज में एक चौंकाने वाला ठगी का मामला सामने आया है। जिसमें नटवरलाल ने उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) के निदेशक के नकली साइन बनाकर 6 से अधिक लोगों को रेलवे में ठेका दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी कर ली। आरोपी की ठगी का शिकार हुए एक शख्स ने इसे लेकर प्रयागराज के जॉर्ज टाउन थाने में शिकायत दर्ज करवाई। इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने आरोपी अजहर अनीस की लोकेशन ट्रेस कर उसे दबोचा तो हैरान करने वाले खुलासे हुए। पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने पूछताछ में बताया कि, उसने शहर के एक प्रसिद्ध चिकित्सक सहित छह से अधिक लोगों को ठगी का शिकार बनाया है।

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जिसमें एक कारोबारी से करीब दो करोड़ की ठगी कर ली। हालांकि पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस अब पूरे मामले की गहनता से पड़ताल कर रही है। वहीं मामले के मुख्य आरोपी अनीस अजहर के साथियों की तलाश में उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है।

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ऐसे हुआ ठगी के खेल का पर्दाफाशजॉर्ज टाउन थाने के एसएचओ धीरेंद्र सिंह के मुताबिक, थाने के हासिमपुर रोड निवासी कारोबारी रजत केसरवानी की वाहनों के टायर की एजेंसी है। कारोबारी ने ही खुल्दाबाद के रहने वाले अजहर अनीस और उसके साथियों के खिलाफ थाने में उसके साथ हुई ठगी का मामला दर्ज करवाया था। एसएचओ के मुताबिक, कारोबारी ने रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि, अजहर ने रेलवे में कबाड़ का ठेका दिलाने का झांसा दिया था। उन्हें उतर- मध्य रेलवे के निदेशक के साइन किए हुए मोहर लगे दस्तावेज लाकर दिए थे। इसके बाद आरोपी ने 1 करोड़ 95 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद कारोबारी को टेंडर नहीं मिला तो उसने आरोपी से इसके बारे में जानकारी मांगी। इस पर भड़के अजहर ने पहले तो कारोबारी को धमकाया बाद में वह शहर से फरार हो गया। इसके बाद पुलिस ने उसकी लोकेशन के आधार पर उसे गिरफ्तार कर लिया है। एसएचओ के मुताबिक, अब तक जांच में एक चिकित्सक सहित 5 कारोबारियों के नाम सामने आए हैं, जो अनीस अजहर की ठगी का शिकार हुए हैं।

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