प्रयागराज: संगम नगरी के सरकारी हॉस्पिटल्स में बढ़ी तैयारियां, इंफ्लुएंजा को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क, सीएमओ ने जारी किए ये आदेश

Prayagraj: सीएमओ डॉ. आशु पांडेय ने जनपद के सभी सरकारी हाॅस्पिटल्स सहित सीएचसी और पीएचसी पर तैनात अधिकारियों और डॉक्टरों को अलर्ट किया है। सीएमओ की ओर से जरूरी गाइडलाइन सभी अस्पतालों में भेजी गई है। जनपद के बड़े हाॅस्पिटल्स एसआरएन अस्पताल, बेली और काल्विन में इन्फ्लुएंजा पीड़ित मरीज के लिए अलग वार्ड आरक्षित किए जाएंगे।

प्रयागराज में इंफ्लुएंजा को लेकर सीएमओ ने जारी किए नए आदेश (फाइल फोटो)

मुख्य बातें
  • प्रयागराज के बड़े हाॅस्पिटल्स में अलग से वार्ड तैयार किए जा रहे
  • सीएमओ ने सभी अस्पतालों में भेजी केंद्र की नई गाइडलाइन
  • डाॅक्टर्स रोगियों को बता रहे बीमारी के लक्षण व बचाव के उपाय


Prayagraj: यूपी में इन्फ्लुएंजा के खतरे की सुगबुगाहट के बीच स्वास्थ्य विभाग की ओर से इससे निपटने को लेकर तैयारियां तेज कर दी गई हैं। प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में इसके लिए अलग से वार्ड आरक्षित किए जाने के निर्देश जारी किए गए हैं। इधर, केंद्र सरकार की ओर से जारी की गई गाइडलाइन के मुताबिक, संगम नगरी प्रयागराज के सीएमओ डॉ. आशु पांडेय ने जनपद के सभी सरकारी हाॅस्पिटल्स सहित सीएचसी और पीएचसी पर तैनात अधिकारियों और डॉक्टरों को अलर्ट किया है।

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इसे लेकर सीएमओ की ओर से जरूरी गाइडलाइन सभी अस्पतालों में भेजी गई है। स्वास्थ्य विभाग की माने तो फिलहाल प्रयागराज में अभी तक इन्फ्लुएंजा का कोई केस सामने नहीं आया है। हालांकि इस बीच सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में मरीजों की तादाद में इजाफा जरूर हुआ है। इस बीच हाॅस्पिटल्स की ओपीडी में आ रहे मरीजों की जांच को लेकर सभी चिकित्सक गंभीर हैं, किसी भी रोगी में इंफ्लुएंजा के जरा से भी लक्षण दिख रहे हैं उन्हें तुरंत राहत दी जा रही है।

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इंफ्लुएंजा के मरीजों के लिए अलग से वार्ड हो रहे तैयारसीएमओ डॉ. आशु पांडेय के मुताबिक, केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन आ गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रयागराज जनपद के बड़े हाॅस्पिटल्स को प्रायोरिटी से तैयार किए जा रहे हैं। जिसमें एसआरएन अस्पताल, बेली और काल्विन में इन्फ्लुएंजा पीड़ित मरीज के लिए अलग वार्ड आरक्षित किए जाएंगे। जिसमें अगर इन्फ्लुएंजा संदिग्ध रोगी आता है, तो उसे इन आरक्षित वार्डों में भर्ती कर फौरन इलाज शुरू किया जा सके। हालांकि राहत की बात ये है कि, कोरोना और डेंगू पैनिक के दौरान किए गए अस्पतालों में पर्याप्त संशाधन अब भी मौजूद हैं। सीएमओ के मुताबिक, फिलहाल सरोजनी नायडू बच्चों के अस्पताल में वर्तमान में सभी वार्ड फुल हो चुके हैं। यही वजह है कि यहां आपातकालीन वार्ड में एक बेड पर दो से तीन बच्चों को भर्ती किया गया है। एमएलएन मंडलीय हाॅस्पिटल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. केके मिश्रा के मुताबिक, ओपीडी में आने वाले मरीजों में यह डर समाया है कि, कहीं वे इन्फ्लुएंजा से पीड़ित तो नहीं हैं। इस तरह के रोगियों को बीमारी से जुड़ी जानकारी व बचाव के तरीके बताए जा रहे हैं।

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