Pune News: सावधान! आपके वाहन का नहीं है पीयूसी सर्टिफिकेट, ट्रैफिक पुलिस कर रही सख्त कार्रवाई

Pune News: वाहन चालकों के पास प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र (पीयूसी) न होने पर ट्रैफिक पुलिस ने कमर कस ली है। पुलिस ने निर्देश दिए हैं कि अगर वाहन चालकों के पास पीयूसी नहीं मिलता है तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। 2022 में, पुणे शहर के कुल 1,65,623 लोगों ने पीयूसी प्रमाण पत्र के लिए पंजीकरण कराया और पुणे क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय ने 27,000 रुपये जुटाए।

पीयूसी न होने पर होगी कार्रवाई (प्रतीकात्मक तस्वीर)

मुख्य बातें
  • प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र (पीयूसी) न होने पर होगी पुलिस की सख्त कार्रवाई
  • शहर में केवल 0.9 मिलियन के पास ही पीयूसी
  • हर समय वाहन के साथ पीयूसी रखना अनिवार्य

Pune News: पुणे में जिन वाहन चालकों के पास प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र (पीयूसी) नहीं है, उनकी मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। पीयूसी के बिना वाहन चलाने वालों पर पुणे ट्रैफिक पुलिस सख्त कार्रवाई कर रही है। पुणे ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, शहर के 4.4 मिलियन वाहन मालिकों में से केवल 0.9 मिलियन के पास ही पीयूसी है। केंद्रीय मोटर वाहन अधिनियम, 1989 के अनुसार, ड्राइवरों के लिए पीयूसी प्रमाण पत्र अनिवार्य है। पीयूसी वाहन के उत्सर्जन स्तरों का परीक्षण करने के बाद हर एक वाहन मालिक को जारी किया जाने वाला एक प्रमाण पत्र है।

प्रमाण पत्र वाहनों की ओर से उत्पन्न उत्सर्जन के बारे में जानकारी देता है और वह निर्धारित सीमा के भीतर हैं या नहीं। इन उत्सर्जन स्तरों का परीक्षण अधिकृत केंद्रों पर किया जाता है जो ज्यादातर पेट्रोल पंपों पर स्थित होते हैं। पीयूसी प्रमाण पत्र जैसे बाइक बीमा, पंजीकरण इत्यादि हर समय वाहन के साथ रखना अनिवार्य होता है।

इसलिए पीयूसी होना जरूरीपुणे क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी अजीत शिंदे ने कहा है कि शहर के अधिकांश लोग पीयूसी प्रमाणपत्रों के पंजीकरण को बहुत हल्के में लेते हैं। उन्हें लगता है कि उनका वाहन नया है इसलिए इससे धुआं नहीं निकलेगा इसलिए पीयूसी जरूरी नहीं है। हालांकि, प्रमाण पत्र हर वाहन के लिए महत्वपूर्ण है और ट्रैफिक पुलिस उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने जा रही है जो पीयूसी प्रमाण पत्र नहीं बनवा रहे हैं। 2022 में, पुणे शहर के कुल 1,65,623 लोगों ने पीयूसी प्रमाण पत्र के लिए पंजीकरण कराया और पुणे क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय ने 27,000 रुपये जुटाए।

End Of Feed