Raipur News: 'महादेव' ऐप घोटाले की खुलती जा रही परत, करोड़पति गैंगस्टर गिरफ्तार

छत्तीसगढ के चर्चित महादेव ऐप घोटाले की जांच लगातार जारी है। इसी बीच नोएडा में ऐप के जरिए करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के एक सदस्य को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

'महादेव' ऐप घोटाले में एक और गिरफ्तार

रायपुर: उत्तर प्रदेश के नोएडा में 'महादेव' ऐप पर लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के एक सदस्य को पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक, थाना सेक्टर 39 पुलिस ने जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया वह गैंगस्टर एक्ट के मामले में वांछित था। नोएडा थाना सेक्टर 39 के प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि गैंगस्टर एक्ट में जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया उसका नाम अक्षय तिवारी (29) है और वह झांसी का रहने वाला है। उन्होंने बताया कि पुलिस इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।

अमित अग्रवाल भी गिरफ्तार

हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने महादेव ऑनलाइन ऐप के जरिये सट्टेबाजी और गेमिंग ऐप मामले में जारी धन शोधन से संबंधित जांच में दो और लोगों को गिरफ्तार किया था। तब ईडी के अधिवक्ता सौरभ पांडे ने कहा था कि कोलकाता के रहनेवाले नितिन टिबरेवाल और रायपुर के अमित अग्रवाल को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की विभिन्न धाराओं के तहत हिरासत में लिया गया और शुक्रवार को रायपुर की एक विशेष अदालत में पेश किया गया। उन्होंने बताया कि अदालत ने आरोपियों को 17 जनवरी तक ईडी की हिरासत में भेज दिया। टिबरेवाल पर इस मामले के आरोपी विकास छपारिया का करीबी सहयोगी होने का आरोप है।

दुबई में बनाई संपत्ति

ईडी सूत्रों ने कहा कि उस पर दुबई में कुछ 'बेहिसाबी' संपत्तियां खरीदने और एक एफपीआई कंपनी में प्रमुख शेयरधारक होने का आरोप है जिसमें छपारिया भी शेयरधारक है। एजेंसी को संदेह है कि ये संपत्तियां महादेव ऐप के मुनाफे से अर्जित ‘आपराधिक आय’ का उपयोग कर खरीदी गई थी। सूत्रों ने बताया कि अमित अग्रवाल मामले में एक अन्य आरोपी अनिल कुमार अग्रवाल का एक रिश्तेदार है। ऐसा आरोप है कि अमित अग्रवाल ने अनिल कुमार अग्रवाल से महादेव ऐप से मिला पैसा लिया और उसकी (अमित अग्रवाल) पत्नी ने मामले में एक अन्य आरोपी अनिल दम्मानी के साथ मिलकर कई संपत्तियां खरीदीं।

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