Udaipur: झीलों के शहर उदयपुर का क्या है इतिहास, क्यों इसे कहते हैं सफेद शहर, जानें वजह

आप सभी ने उदयपुर का नाम जरूर सुना होगा। यहां घूमने भी गए होंगे। यहां के खूबसूरत झीलों, इमारतों और सनराइज का अनोखा नजारा भी देखा होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उदयपुर को सफेद शहर क्यों कहा जाता है। नहीं, तो आइए जानते हैं इस सफेद शहर का इतिहास।

उदयपुर

राजस्थान का उदयपुर अपने अंदर अनेकों इतिहास समेटे हुए है। उदयपुर अपने समृद्ध संस्कृति, अपने लोकगीत और नृत्य के लिए दुनियाभर में फेमस है। इस सुनहरा शहर में देश-विदेश से आए पर्यटक इसकी कला और संस्कृति की सराहना करते हैं। यहां कई इमारते और झीलें हैं, जो काफी मशहूर हैं। इन झीलों में फतेहसागर झील और पिछोला झील आकर्षण का केन्द्र हैं। यहां की सुंदरता देख लोग बस यही का हो जाना चाहते हैं। उदयपुर को सफेद शहर के नाम से भी जाना जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि इसे सफेद शहर क्यों कहते हैं? नहीं, तो चलिए जानते हैं।

आपको बता दें कि भारत में कई ऐसे शहर है, जिनकी पहचान उनके इतिहास से है। वहीं यहां कई ऐसे जगहें हैं, जिनका नाम रंगों के हिसाब से रखा गया है। भारत के रास्थान की ही बात करें तो यहां पिंक सिटी, ब्लू सिटी, येलो सिटी जैसे कई ऐसे शहर हैं, जिनकी पहचान इनके रंगों से होती है। उन्हीं में से एक उदयपुर भी हैं। वैसे उदयपुर को झीलों का शहर भी कहा जाता है। लेकिन इसे खासकर सफेद शहर के नाम से जाना जाता है।

इसलिए कहते हैं सफेद शहर

उदयपुर मे कई ऐसे कई शासक थे, जिन्होंने यहां के महलों को खूबसूरत बनाने के लिए इसे सफेद संगमरमर से तराशा था। इन सफेद इमारतों में लेक पैलेस, जग मंदिर जैसी जगहें शामिल हैं। यहां बनी ज्यादातर सफेद इमारतों की वजह से ही इसे सफेद शहर कहा जाने लगा। वैसे तो यहां आपको और भी कई सारी सफेद इमारते नजर आएंगी। यहां सज्जन गढ़ महल भी है, जिसका नाम मेवाड़ राजवंश के महाराणा सज्जन सिंह के नाम पड़ा है।

End Of Feed