Best Places to Visit in Ranchi: वाटरफॉल में मस्ती करनी है तो रांची शहर से कुछ दूरी पर ये है सबसे खूबसूरत जगह

Best Places to Visit in Ranchi: रांची जिला और इसके आसपास घूमने के लिए कई लोकप्रिय जगह हैं। यहां हर दिन सैकड़ों सैलानी आते हैं। हम आपको ऐसे ही पांच स्थलों की जानकारी दे रहे हैं, जहां आप अपनी छुट्टियां बीता सकते हैं। इन स्थलों तक पहुंचने के लिए ट्रेन और सरकारी बस सेवा भी बहाल है।

plamu tiger reserve ani

पलामू टाइगर रिजर्व में आप वन्यजीव को बेहद करीब से देख सकते हैं

तस्वीर साभार : Times Now Digital
मुख्य बातें
  • रांची से करीब 80 किमी दूर पेरवा घाघ जलप्रपात में आपको मिलेगा हरा पानी
  • 1014 वर्ग किलोमीटर फैले पलामू अभयारण्य घूमने काफी संख्या में आते हैं लोग
  • हजारीबाग की इचाक जगह जाएं, जो मंदिरों का शहर कहा जाता है

Best Places to Visit in Jharkhand: रांची शहर और जिले में जितने खूबसूरत जगह हैं, वैसे ही इसके आसपास के क्षेत्र में कई पर्यटन स्थल हैं। इनमें से एक है- पेरवा घाघ। यहां खूंटी में है। यह बेहद खूबसूरत जलप्रपात है। इस जलप्रताप की विशेषता है की इसका पानी हरा होता है। ऐसा कहा जाता है की सात खटिया की रस्सी डालने पर भी जलप्रताप की गहराई नहीं मापी जा सकती है। रांची से यह 80 किलोमीटर दूर है। इसमें बोटिंग की भी सुविधा है। झरने के बगल में एक गुफा है। इसमें शिवलिंग स्थापित है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह झरना कभी नहीं सूखता है।

रांची से 110 किलोमीटर दूर हजारीबाग में एक हिल रिसोर्ट है। इसका निर्माण 2019 फीट की ऊंचाई पर किया गया है। प्रकृति की गोद में रिसोर्ट बनाया गया है। इसके आसपास वन्य जीव अभयारण्य है। यह हजारीबाग शहर से 19 किलोमीटर दूर है। इसमें हाथी, बाघ, जंगली भालू, तेंदुआ, हिरण समेत कई प्रजातियां हैं। कैनेरी पहाड़ी और रजरप्पा है। रजरप्पा धार्मिक स्थल है, जहां देश भर से लोग पूजा-अर्चना करने आते हैं। इसके अलावा हजारीबाग में यहां की सबसे ऊंची पर्वत चोटी पारसनाथ चोटी है। यहीं पर 23वें और 24वें जैन तीर्थंकार को मोक्ष मिला था।

मंदिरों का शहर

हजारीबाग जिला मुख्यालय से 13 किलोमीटर दूर इचाक जगह है। इसमें मंदिरों का शहर का कहा जाता है। रामगढ़ राजघराने का यह क्षेत्र था। 18वीं सदी में यहां 170 मंदिर बनवाए गए थे। सभी मंदिर के पास तालाब भी बनवाए गए थे। इन मंदिरों में सबसे प्रसिद्ध मंदिर बुढ़िया माता का मंदिर है। इस मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए बिहार, बंगाल, ओडिशा से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। हजारीबाग आप रांची से निजी वाहन या बस से डेढ़ घंटे में पहुंच सकते हैं।

पलामू अभयारण्य

बिहार-झारखंड के प्रमुख अभ्यारण्य में से एक पलामू अभयारण्य है। यह रांची से 168 किलोमीटर दूर है। यह 1014 वर्ग किलोमीटर में फैला है, जिसका कोर क्षेत्र 414 वर्ग किलोमीटर है। इसका बफर इलाका 600 वर्ग किलोमीटर है। हालांकि यह बाघ कम हैं। बाघ के अलावा यहां हाथी, लियोपार्ड, गौर, सांभर और जंगली कुत्ते रह रहे हैं। पूरे क्षेत्र में सुंदर झरने, पहाड़ी ढलान और पर्णपाती घास है। पर्यटकों को यहां की पहाड़ियां अपनी ओर खींचती हैं। पहाड़ी इलाकों में तुरुह, हुलुक, गुलगुल और नेटारहट हैं। इस जगह ट्रेन, निजी वाहन और बस से पहुंचा जा सकता है।

गुमला में हैं 40 पर्यटन एवं धार्मिक स्थलरांची से 90 किलोमीटर दूर गुमला है। यहां 40 पर्यटन एवं धार्मिक स्थल है। गुमला जिला मुख्यालय से आप 45 किलोमीटर आगे बढ़ेंगे तो हीरादाह आएगा। यहां कई साल पहले हीरा मिला था, जिस वजह से इसका नाम हीरादह रखा गया है। यह नागवंशी राजाओं की प्रमुख जगह रहा है। गुमला मुख्यालय से 16 किलोमीटर दूर अंबाघाघ जलप्रपात है। इसके अतिरिक्त सात खाटी कुआं, कुकुरकुंडी, मठ टोंगरी, पौराणिक मठ आदि जगह हैं। देवाकीधाम प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यहां तीन एकड़ में प्राचीन शिव मंदिर है। महाभारत काल में पंडाव जब अज्ञातवास पर थे, तब भगवान श्रीकृष्ण ने पांच शिवलिंग की यहां स्थापना की थी। इस कारण से श्रीकृष्ण की मां देवकी के नाम पर इस जगह का नाम देवाकीधाम रखा गया है। यहां आप निजी वाहन या सरकारी-निजी बस से पहुंच सकते हैं।

चतरा का तमासीन जलप्रपातझारखंड के सबसे बेहतर जलप्रपातों में तमासीन है। यह चतरा जिले में है। रांची से तमासीन जलप्रपात की दूरी 170 किलोमीटर है। जबकि चतरा जिला मुख्यालय से इसकी दूरी 40 किलोमीटर है। यह कान्हाचट्टी प्रखंड अंतर्गत तुलबुल पंचायत में आता है। पथरीली चट्टानों से घिरा और दो घाटियों के बीच से पानी आता है। यहां आए दिन बड़ी संख्या में सैलानी आते हैं और पिकनिक मनाते हैं। इसके अलावा चतरा में भद्रकाली, कौलेश्वरी, खैवा-बनारू एवं गोवा घूमने की बेहतरीन जगह है।

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